भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा जारी ‘वाणिज्यिक संचार ग्राहक वरीयता विनियम, 2018’ मसौदे में ब्लॉकचेन तकनीकी के इस्तेमाल पर प्रकाश डालते हुए ब्लॉकचेन तकनीक की अवधारणा को स्पष्ट करें।
06 Mar, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 3 विज्ञान-प्रौद्योगिकीभूमिका:
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा अप्रत्याशित फोन कॉल्स तथा मैसेजज को रोकने के लिये एक दूरसंचार वाणिज्यिक संचार ग्राहक वरीयता विनयम, 2018 का मसौदा जारी किया गया।
विषय-वस्तु
विषय-वस्तु में इस मसौदे हेतु ब्लॉकचेन की आवश्यकता एवं ब्लॉकचेन तकनीक के बारे में विस्तार-पूर्वक बताएँ-
अप्रत्याशित फोन कॉल्स और मैसेजेज की वजह से लोगों को हो रही परेशानी से निजात दिलाने के लिये ट्राई ने इस मसौदे में ब्लॉकचेन तकनीकी के इस्तेमाल को वरीयता दी है। ट्राई द्वारा विनियमित की गई इस नई तकनीक का मूल उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि टेली मार्केटिंग की दुनिया में भेजे गए एसएमएस सिर्फ उन्हीं व्यक्तियों तक पहुँचने चाहिये, जिन्होंने इसकी सदस्यता ली है। इसके अलावा प्राधिकृत संस्थानों द्वारा ही ऐसे मैसेजेज भेजे जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त इस मसौदा विनियमन के अंतर्गत उन टेलीमार्केटिंग सदस्यता प्राप्त उपभोक्ताओं को भी उनकी सहमति के आधार पर इसमें शामिल किया जाता है, जिन्हें एक से अधिक बार फोन कॉल्स या मैसेजेज भेजे गए हैं। नई तकनीकी प्राधिकृत संस्थान और सब्सक्राइबर्स के मध्य किये जाने वाले सभी कम्युनिकेशंस का रिकार्ड रखने का कार्य करेगी। केवल प्राधिकृत संस्थान ही उपभोक्ताओं की विस्तृत सूचनाओं तक पहुँच सकने में सक्षम होंगे और ये संस्थान केवल उसी समय ही उपभोक्ता तक पहुँच सकेंगे, जब उन्हें उपभोक्ता को कोई सेवा प्रदान करनी होगी।
ब्लॉकचेन तकनीक
ब्लॉकचेन तकनीक के लाभ
निष्कर्ष
अंत में संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें-