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प्रश्न :
बिटकॉइन क्या है एवं विभिन्न देशों में इसकी क्या स्थिति है? बिटकॉइन के उपयोग एवं इसके भविष्य पर संक्षिप्त में प्रकाश डालें।
04 Mar, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्थाउत्तर :
भूमिका:
बिटकॉइन भौतिक मुद्रा नहीं होती अपितु ऑनलाइन ‘आभासी’ मुद्रा होती है जो जटिल कंप्यूटर और गणितीय प्रक्रिया पर निर्भर करती है।
विषय-वस्तु
दरअसल बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसका लेन-देन बैंक के द्वारा नहीं होता। बिटकॉइन किसी देश या सरकार की नहीं होती और किसी कानून के दायरे में नहीं आती है बिटकॉइन को पैसे देकर भी खरीदा जा सकता है। बिटकॉइन की लेन-देन प्रक्रिया दो लोगों तथा एक सिस्टम (बिटकॉइन क्लांइट) के बीच होती है। बिटकॉइन क्लांइट वर्ल्ड वाइड वेब पर मौजूद होता है।
जब कोई व्यक्ति बिटकॉइन खरीदने के लिये लॉग इन करता है तो उसे समय, स्थिति और तारीख के साथ एक इंडेक्स नंबर अर्थात् मैंडेटरी स्ट्रिंग को कोड में बदलना होता है जिसे क्रिप्टोग्राफी कहते हैं। यदि कोई यूजर इंडेक्स नंबर को अपने सिस्टम द्वारा निर्धारित की गई किसी खास संख्या में बदल लेने में सफल हो जाता है तो वह 50 बिटकॉइंस के संग्रह वाले एक ब्लॉक को हासिल करने के काफी करीब पहुँच जाता है। लेकिन वह इसे तभी हासिल कर सकता है जब बिटकॉइन की खोज कर रहा कोई अन्य यूजर ठीक उसी तरह अपने इंडेक्स नंबर को चिप या कोड में बदलते हुए इस ब्लॉक की पुष्टि कर दे।
बिटकॉइन के उपयोग एवं भविष्य
- इसे प्राप्त करने की दिशा में जटिल क्रिप्टग्राफी तकनीक और महँगे सॉफ्टवेयर बाधक माने जाते हैं।
- भारत में ई-करेंसी खरीदना और संग्रहीत करना रिज़र्व बैंक के विनियामक कानून के दायरे में आते हैं परंतु बिटकॉइन नहीं।
- विकेंद्रीकृत करेंसी होने के कारण बिटकॉइन ‘लॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट’ के दायरे से भी बाहर है।
- बिटकॉइन ने ई-मनी तथा अहस्तक्षेप मुद्रा मुक्त बैंकिंग की अवधारणा को भी बल दिया है।
दुनिया में बिटकॉइन की स्थिति
- बिटकॉइंस लेन-देन पर किसी देश की सरकार का नियंत्रण नहीं है।
- प्रत्येक 10 मिनट में बिटकॉइन का मूल्य बदलता है जो इसे कमोडिटी का रूप दे रहा है।
- इसे अर्जित करने की होड़ को कुछ विशेषज्ञ इसे ‘गोल्डरश’ की संज्ञा भी देते हैं।
- इस प्रकार के लेन-देन में प्रयोक्ता की पहचान जाहिर नहीं होती इसलिये अवैध व्यापार तथा मनी लॉन्ड्रिंग की समस्या उत्पन्न होती है।
- बिटकॉइन का इस्तेमाल फंड ट्रांसफर, इंटरनेट पर सीधे लेन-देन और गैर-कानूनी खरीद-बिक्री में होता है। बिटकॉइन के सौदे के बारे में पता लगाना भी मुश्किल होता है।
- 2014 से माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी सेवाओं के लिये बिटकॉइन के रूप में भुगतान लेना शुरू कर दिया है।
- साइप्रस स्थिति निकोसिया विश्वविद्यालय ने सर्वप्रथम विद्यार्थियों के प्रवेश शुल्क के रूप में बिटकॉइन को स्वीकार किया।
- एक बिटकॉइन का वर्तमान मूल्य 3,877.01 अमेरिकी डॉलर है जो कि इसे दुनिया की सबसे महँगी करेंसी बनाता है।
निष्कर्ष
अंत में संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें-
बिटकॉइन का आगमन और इसके चलन में आ रही तेजी इस सोच का विस्तार है कि लोग कागजी मुद्रा से अधिक उपयुक्त डिजिटल करेंसी को मानने लगे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बिटकॉइन इस्तेमाल को विनियामक कानून के अंतर्गत लाया जाए किंतु उनके भविष्य को लेकर चिंताएँ व्याप्त है।
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