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प्रश्न :
एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक की संरचना, उद्देश्य एवं इस संबंध में चीन के परिप्रेक्ष्य पर विस्तार पूर्वक चर्चा करें।
02 Mar, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्थाउत्तर :
भूमिका:
चीनी नेतृत्व वाले एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट बैंक (एआईआईवी) कगी औपचारिक स्थापना 2016 में बीजिंग में की गई थी। इस नए बैंक की शुरुआत 50 बिलियन डॉलर की अधिकृत पूंजी के साथ की गई थी जिसे आगे चलकर 100 बिलियन डॉलर के लक्ष्य के रूप में निर्धारित कर दिया गया।
विषय-वस्तु
- इसमें सर्वोच्च नीति- निर्धारक संस्था बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (शासक मंडल) है, जो प्रत्येक देश के एक प्रतिनिधि द्वारा बनी है। 12 सदस्यों के बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स में से 9 सदस्य एशिया से तथा 3 बाहरी क्षेत्रों के होते हैं।
- एआईआईबी में चीन 30.34% हिस्ससेदारी के साथ सबसे बड़ा शेयरधारक है तथा उसे 26% वोेटिंग का अधिकार प्राप्त है और भारत 8.4% हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर है। रूस तथा जर्मनी क्रमश: तीसरे व चौथे स्थान पर स्थित है। चीन को कुछ विशेष मामलों में वीटो हासिल है।
- एआईआईबी बैंक का उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अवसंरचनात्मक परियोजनाओं का वित्तपोषण करना है।
- इस बैंक के द्वारा सामान्य पूंजी संसाधन सुविधा सदस्य देशों को उपलब्ध कराई जाती है, जिसके तहत व्यापारिक शर्त्तों पर हार्ड लोन तथा विशिष्ट राहत कोष से रियायती दरों पर सॉफ्ट लोन की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
चीन का परिप्रेक्ष्य
- चीन के अनुसार एआईआईबी एक खुला और समावेशी बहुपक्षीय विकास बैंक है, इसलिये इसमें लगातार नए सदस्यों को शामिल किया जाता रहेगा। अमेरिका इसे चीनी ‘सॉफ्ट पावर’ के प्रसार के रूप में देखता है।
- अमेरिका एवं जापान के विरोध के बावजूद अमेरिका के अधिकांश सहयोगी, जैसे- ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, दक्षिण कोरिया आदि ने इसकी सदस्यता ग्रहण की है।
- दो वर्षां से भी कम समय में चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग द्वारा प्रस्तावित एआईआईबी को स्थापित कर लिया गया, जिससे यह प्रतीत होता है कि चीन के आर्थिक कूटनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिये यह एक हथियार के रूप में कार्य करेगा।
- चीन के वर्चस्व को रोकने के लिये अमेरिकी नेतृत्व में वैश्विक संस्थानों की कार्यशैली को सुधारना आवश्यक है, साथ ही ज़रूरी है कि एशिया व अफ्रीका के देशों को आसान व उदार फंडिंग उपलब्ध करायी जाए।
निष्कर्ष
अंत में संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें-
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