वर्तमान में सोशल मीडिया के प्रभाव से विभिन्न विषयों पर लोगों की अभिवृत्तियों में तेज़ी से परिवर्तन होता देखा गया है। एक लोक सेवक किस प्रकार इस माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है? इसके साथ ही सोशल मीडिया के नकारात्मक पक्षों का भी विवेचन करें।
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण
- लोक सेवक द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के आयामों का उल्लेख करें।
- सोशल मीडिया के नकारात्मक पक्षों का उल्लेख करें।
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एक लोक सेवक, सोशल मीडिया के माध्यम से निम्नलिखित प्रकार से समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता हैः
- लोक महत्त्व की सरकारी नीतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये सोशल मीडिया का उपयोग करके।
- लोक सेवक अपने ईमानदार कृत्यों से संपूर्ण कार्यक्षेत्र में एक सकारात्मक संदेश पहुँचाकर उनकी अभिवृत्ति में परिवर्तन ला सकता है।
- सामाजिक व्यवस्था को बनाए रखने के दो महत्त्वपूर्ण आयामों-पुरस्कार एवं दंड की व्यवस्था के संबंध में जागरुकता फैलाकर लोक सेवक लोगों की अभिवृत्ति में परिवर्तन कर उन्हें सही कृत्यों को करने के लिये प्रेरित कर सकता है।
इसके अतिरिक्त, सोशल मीडिया के नकारात्मक पक्ष निम्नलिखित हैं:
- दंगे भड़काने वाले संदेश, वीडियो कुछ ही मिनटों में एक बड़े जन समूह तक पहुँच जाते हैं। ऐसे में सोशल मीडिया एक विस्फोटक रूप ले लेती है।
- अधिकतर लोग बिना सोचे-समझे एवं प्रमाणिकता की जाँच किये बगैर संदेशों को लगातार मुफ्त में प्रेषित करते रहते हैं। ऐसे में अफवाहों के फैलने का खतरा बना रहता है।
- सोशल मीडिया में लोगों की उपस्थिति छद्म (Virtual) रूप में भी होती है। उदाहरण के तौर पर एक ही व्यक्ति सैकड़ों अकाउंट बना सकता है और लोगों को भ्रमित भी कर सकता है। ऐसे में प्रमाणिकता संबंधी कानूनों की अनुपस्थिति नकारात्मक भाव उत्पन्न करने के लिये पर्याप्त है।
- कई बार सामाजिक/राजनीतिक क्षेत्र के कुछ लोग समर्थन दिखाने के लिये सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने हेतु व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का सहारा लेते हैं।
अतः अन्य तकनीकों की तरह सोशल मीडिया का भी सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है।