अभिवृत्ति एवं सिद्धांतों के मध्य संघर्ष ने अमेरिकी समाज को क्रांतिमय बना दिया। टिप्पणी करें।
31 Jan, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहासप्रश्न विच्छेद
यह भी स्पष्ट करें कि किस प्रकार यह सिद्धांत अमेरिकी क्रांति के लिये उत्तरदायी था। हल करने का दृष्टिकोण
स्पष्ट करें कि अभिवृत्ति और सिद्धांतों के मध्य संघर्ष किस प्रकार था और इसने कैसे अमेरिकी क्रांति को प्रेरित किया? निष्कर्ष लिखें। |
अमेरिका की क्रांति उपनिवेशों और मातृ राज्य में मौलिक मतभेदों के कारण हुई। यद्यपि यह संग्राम आर्थिक हितों के संघर्ष के कारण उत्प्रेरित हुआ था, तथापि सामाजिक और राजनीतिक कारक भी समान रूप से उत्तरदायी थे। अभिवृत्ति और सिद्धांत का संघर्ष भी इन्हीं कारकों में से एक था। अमेरिकी उपनिवेश एवं इंग्लैंड की अभिवृत्तियों तथा सिद्धांतों में भिन्नता होना स्वाभाविक था। यहाँ यह धारणा कार्यरत थी कि एक पक्ष (ब्रिटिश संसद) मानता था कि कर लगाना उसका नैसर्गिक अधिकार है, जबकि दूसरा पक्ष (अमेरिकी उपनिवेशवासी) ऐसा मानने को तैयार नहीं था।
इस अंतर्विरोध को निम्नलिखित प्रकार से समझा जा सकता है:
इंग्लैंड की मान्यता के विपरीत अमेरिकी उपनिवेशवासी इंग्लिश संसद को निरंकुश नहीं मानते थे। उनकी धारणा थी कि संसद भी किसी मौलिक कानून से सीमित हो सकती है।
क्राउन जिस प्रकार इंग्लैंड का है, उसी प्रकार उपनिवेशों का भी है, किंतु संसद को उपनिवेशों पर कोई क्षेत्राधिकार प्राप्त नहीं है। जबकि ब्रिटिश अधिकारी यह मानते थे कि संसद की शाही सत्ता उपनिवेशों पर भी अधिकार रखती है।
इंग्लैंड को यह विश्वास था कि वह अपने उपनिवेशों को सुरक्षा प्रदान करता है। अत: उपनिवेशों को सुरक्षा हेतु किये गए व्यय का बोझ उठाना चाहिये। किंतु अमेरिकी उपनिवेशों का यह मानना था कि यदि क्राउन को किसी उपनिवेश से धन की आवश्यकता है, तो वह उस धन को अनुदान के रूप में मांग सकता है लेकिन संसद को यह अधिकार नहीं है कि वह स्टाम्प कानून या अन्य कानून बनाकर धन एकत्र करे।
उपनिवेशवासियों की सुरक्षा के लिये फौज रखना और चुंगी वसूली की प्रथा को दृढ़ बनाना आदि बातें लंदन में मंत्रिमंडल के लिये साधारण एवं तार्किक प्रतीत होती थी, किंतु इस सिद्धांत के विपरीत अमेरिकी उपनिवेशों की अभिवृत्ति भिन्न थी, वे इसे अतार्किक और अत्याचारपूर्ण मानते थे।
इसी का परिणाम था कि अमेरिकी समाज ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध खड़ा हुआ और इसने अमेरिकी क्रांति का मार्ग प्रशस्त किया।