‘‘अमेरिकी क्रांति वणिकवाद के विरुद्ध एक आर्थिक विद्रोह था।’’ इस कथन की पुष्टि कीजिये।
28 Jan, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास
वणिकवाद का अर्थ हम सरकार द्वारा आर्थिक जीवन, उद्योग-धंधों तथा व्यापारिक कार्यकलापों के नियमन से लगाते हैं। इसके अंतर्गत बुलियनवाद अर्थात् सरकार द्वारा सोना-चाँदी का संचय भी समाहित था। स्वतंत्र व्यापार के सिद्धांत के प्रचलित होने के कारण वणिकवाद का पतन शुरू हो गया। अमेरिकी क्रांति वणिकवाद अथवा वाणिज्यवाद के विरूद्ध पहला विद्रोह था।
18वीं शताब्दी के मध्य तक इंग्लैंड ने अमेरिका में 13 उपनिवेश स्थापित कर लिये थे। वाणिज्यवादी सिद्धांत के अनुसार इंग्लैण्ड इन अमेरिकी उपनिवेशों के व्यापार पर नियंत्रण रखना चाहता था। इंग्लैण्ड ने अपने लाभ का ध्यान रखते हुए अनेक कानून बनाए, जिनमें नौ संचालन कानून, व्यापारिक कानून तथा औद्योगिक कानून प्रमुख थे। इन कानूनों के तहत अमेरिकी उपनिवेशवासियों को गैर-ब्रिटिश जहाज के प्रयोग की मनाही थी तथा ये अपना सामान केवल इंग्लैण्ड में ही बेच सकते थे।
इन सभी औपनिवेशिक और वाणिज्यवादी कानूनों के विरूद्ध उपनिवेशों में असंतोष की भावना विकसित होने लगी। 1764 ई. के शुगर एक्ट तथा 1765 ई. के स्टांप एक्ट से यह असंतोष और भी बढ़ गया। 1773 ई. में सैमुअल एडम्स के नेतृत्व में ईस्ट इंडिया कंपनी के जहाजों से आयात की गई चाय की पेटियों को समुद्र में फेंक दिया गया। इस घटना को ‘बोस्टन चाय पार्टी’ के नाम से जाना जाता है।
1774 ई. में फिलाडेल्फिया में सभी उपनिवेशों के नेताओं की बैठक हुई, जिसमें ब्रिटिश संसद से इस बात की मांग की गई कि उद्योगों और व्यापार पर लगे प्रतिबंधों को हटा लिया जाए। किंतु ब्रिटिश सरकार से वार्त्ता का यह प्रयास विफल हो गया और ब्रिटिश सरकार तथा उपनिवेशवासियों के बीच युद्ध प्रारंभ हो गया। उपनिवेशवासियों ने क्रांति का बिगुल बजाते हुए 4 जुलाई, 1776 ई. को अपनी स्वतंत्रता की घोषणा कर दी तथा जॉर्ज वाशिंगटन के नेतृत्व में ब्रिटिश सेना को पराजित कर एक संयुक्त राज्य अमेरिका की स्थापना की।
निष्कर्ष
अंत में संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखे-