सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के विकास के लिये एक स्थायी पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण हेतु स्थापित निर्यात संवर्द्धन सेल की भूमिका पर प्रकाश डालें। भारतीय अर्थव्यवस्था में इसके महत्त्व और भूमिका को रेखांकित करते हुए इसकी चुनौतियों को बताएँ।
03 Jan, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था
निर्यात संवर्द्धन सेल के उद्देश्यों को बताते हुए उत्तर प्रारंभ करें-
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा एमएसएमई (MSME) के विकास के लिये निर्यात संवर्द्धन सेल की स्थापना की गई है ताकि इस क्षेत्र में एक स्थायी पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित किया जा सके।
विषय-वस्तु के पहले भाग में निर्यात संवर्द्धन सेल की स्थापना से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों पर पड़ने वाले संभावित लाभों पर चर्चा करेंगे-
निर्यात संवर्द्धन सेल द्वारा MSME को होने वाले लाभ
विषय-वस्तु के दूसरे भाग में भारतीय अर्थव्यवस्था में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के महत्त्व, भूमिका और चुनौतियों पर चर्चा करेंगे-
विषय-वस्तु के दूसरे भाग में एमएसएमई संबंधित विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा करेंगे-
अंत में संतुलित, संक्षिप्त एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें-
क्षेत्रीय असंतुलन को कम करने तथा राष्ट्रीय आय और संपत्ति का समानता पर आधारित वितरण सुनिश्चित करने में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र अहम भूमिका अदा करता है। इन उद्यमों की एक अनोखी विशेषता यह है कि ये हमारी अर्थव्यवस्था के तमाम क्षेत्रों में व्यापक रूप से फैले हुए हैं और स्थानीय तथा वैश्विक बाज़ारों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये विभिन्न प्रकार की वस्तुएँ और सेवाएँ उपलब्ध कराते हैं। इनकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इनमें बहुत कम निवेश की आवश्यकता होती है और इनका मुनाफा काफी अधिक होता है। इस क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों के संचालन में महत्त्वपूर्ण भूमिका होने के कारण सरकार इसके संवर्द्धन के लिये प्रयासरत है।