भारत में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगी बनाने के लिये उसमें काफी सुधार किये जाने की आवश्यकता है। क्या आपके विचार में विदेशी शैक्षिक संस्थानों का प्रवेश देश में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में सहायक होगा। चर्चा कीजिये।
02 Jan, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 2 सामाजिक न्याय
वैश्विक रूप से शिक्षा के क्षेत्र में भारत की स्थिति बताते हुए उत्तर प्रारंभ करें तो संख्या की दृष्टि से भारत की उच्च शिक्षा व्यवस्था विश्व में अमेरिका और चीन के बाद आती है परंतु गुणवत्ता के मामले में भारत के संस्थान शीर्ष 100 में भी स्थान नहीं बना पाते हैं।
विषय-वस्तु के पहले भाग में भारत में उच्च शिक्षा की खराब स्थिति पर चर्चा करेंगे-
भारत में उच्च शिक्षा की खराब स्थिति को निम्नलिखित बिंदूओं के आधार पर समझा जा सकता है-
भारत में उच्च शिक्षा की स्थिति को सुधारने के लिये विदेशी शिक्षण संस्थाओं को प्रवेश देने की मांग की जा रही है। भारत में विदेशी शिक्षण संस्थाओं के प्रवेश से निम्नलिखित लाभ प्राप्त होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
विषय-वस्तु के दूसरे भाग में विदेशी संस्थाओं के भारत में प्रवेश के संबंध में विरोधी बातों पर चर्चा करेंगे-
अंत में संतुलित, संक्षिप्त एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें-
भारत में विदेशी शैक्षणिक संस्थाओं के आगमन से निश्चित ही कई लाभ मिलने की संभावना है, लेकिन इसके साथ ही इन संस्थाओं का आगमन कई आशंकाओं को भी जन्म देता है। अत: आवश्यक है कि शिक्षा क्षेत्र में नियामक संस्थाओं को मज़बूत और पारदर्शी बनाया जाए। इसके अलावा भारत में शिक्षा के बजट में वृद्धि की जाए तथा स्कूली शिक्षा को स्तरीय बनाया जाए, तभी भारत की उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया जा सकेगा।