राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-4) के आँकड़ों से वयस्कों में तम्बाकू के इस्तेमाल में कमी के संकेत मिलते हैं, परन्तु अपेक्षित परिणामों की प्राप्ति के लिये इस दिशा में और क्या प्रयास किये जा सकते हैं ?
04 Aug, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्थातम्बाकू सेवन दुनिया भर में विकास के लाभों को क्षीण करने में प्रमुख बाधा है। यह समय से पहले की विकृति या मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है। भारत में लगभग 274.9 मिलियन लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं। यह एक बड़ी संख्या है। हालाँकि चौथा राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण तम्बाकू के इस्तेमाल में कमी को दर्शाता है, लेकिन कुछ अन्य उपायों द्वारा इसके उपभोग में उत्तरोत्तर कमी की जा सकती है:-
सतत् विकास एजेंडा में तम्बाकू पर नियंत्रण को सख्ती से शामिल किया गया है। तम्बाकू की खेती के लिये प्रति वर्ष 2-4 प्रतिशत वैश्विक वनों की कटाई की जाती है और इसके उत्पाद निर्माण से 2 मीट्रिक टन से अधिक का ठोस कचरा पैदा होता है। तम्बाकू की खेती के लिये इस्तेमाल किये जाने वाले कीटनाशक तथा उर्वरक आमतौर पर ज़हरीले होते हैं और जलापूर्ति को प्रदूषित करते हैं।
स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ तम्बाकू पर व्यापक नियंत्रण से तम्बाकू की खेती, उत्पादन, व्यापार और उपभोग से पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को रोका जा सकता है। इसके अतिरिक्त इससे सतत कृषि और आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जा सकता है और जलवायु परिवर्तन के ज्वलंत मुद्दे से निपटा जा सकता है।