भारतीय राजव्यवस्था में कैबिनेट (मंत्रिमंडल) की क्या भूमिका है? कैबिनेट और मंत्रिपरिषद में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर :
उत्तर की रूपरेखा-
- भारतीय राज्यव्यवस्था में कैबिनेट की भूमिका बताएँ।
- कैबिनेट और मंत्रिपरिषद में अंतर स्पष्ट करें।
- निष्कर्ष
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कैबिनेट भारतीय विधायिका और कार्यकारिणी को जोड़ने वाली कड़ी है। इसकी भूमिका को हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं-
- प्रमुख नीति-निर्माता के रूप में – नीति-निर्माण के कार्य के लिये कैबिनेट सरकार का प्रमुख अंग है। यह उन क्षेत्रों की पहचान करती है, जहाँ नीतियों के नवनिर्माण और पुनर्निर्माण की आवश्यकता है।
- विधायन प्रक्रिया में प्रमुख उपांग के रूप में- विधि-निर्माण की ज़िम्मेदारी वैसे तो प्रमुख रूप से संसद की है, परंतु महत्त्वपूर्ण विधेयकों को तैयार कर उन्हें विधायिका में चर्चा के लिये प्रस्तुत करने में कैबिनेट की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।
- सलाहकारी अंग के रूप में – कैबिनेट कुछ महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर राष्ट्रपति को सलाह देती है, यह सलाह राष्ट्रपति के लिये बाध्यकारी होती है। अतः नीतिगत मुद्दों पर प्रमुख निर्णयकारी अंग के रूप में कैबिनेट की महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
- कैबिनेट विभिन्न मंत्रालयों के बीच समन्वयकारक की भूमिका निभाती है।
- उच्च-स्तरीय प्रशासन में कई महत्त्वपूर्ण पदों पर योग्य व्यक्तियों की नियुक्ति में भी कैबिनेट का अहम योगदान होता है।
- कैबिनेट सर्वोच्च कार्यकारी होती है। यह संघीय स्तर पर सिविल सेवकों के कार्यों के लिए निर्देशन और पर्यवेक्षण का कार्य करती है।
कैबिनेट और मंत्रिपरिषद में अंतर –
- मंत्रिपरिषद अपेक्षाकृत एक बड़ा निकाय है, जबकि कैबिनेट छोटा परंतु शक्तिशाली निकाय है। सभी मंत्रियों से मिलकर मंत्रिपरिषद बनती है, जबकि कैबिनेट में शीर्ष के 15-20 मंत्री होते हैं।
- कैबिनेट मंत्री, मंत्रिपरिषद का हिस्सा भी होते हैं। मंत्रिपरिषद तीन भागों में विभक्त है- कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्री।
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 74 व 75 में मंत्रिपरिषद से सबंधित प्रावधान विस्तार में हैं, जबकि कैबिनेट का उल्लेख मात्र अनुच्छेद 352 में है, जिसे 44वें संविधान संशोधन के द्वारा जोड़ा गया था।
- नीति-निर्माण का कार्य प्रमुख रूप से कैबिनेट द्वारा किया जाता है न कि मंत्रिपरिषद द्वारा। कैबिनेट भारत में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च कार्यकारी है।
- कैबिनेट नीतियों पर निर्णय लेती है और उनके क्रियान्वयन पर निगरानी रखती है। इसके विपरीत, मंत्रिपरिषद कैबिनेट के फैसलों को लागू करवाने में सहयोग देती है।
इस प्रकार मंत्रिमंडल (कैबिनेट) महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय नीतियों का निर्माण करने वाला, अंतर्विभागीय विवादों की मध्यस्थता करने वाला और सरकार में समन्वय का सर्वोच्च अंग है। हालांकि कैबिनेट और मंत्रिपरिषद दोनों ही सरकार के कार्यों में सहयोग करने वाले महत्त्वपूर्ण अंग हैं।