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प्रश्न :
सर्वाधिक तरजीही देश (most favoured nation) से क्या अभिप्राय है ? क्या भारत को पाकिस्तान से यह दर्जा वापस ले लेना चाहिये? समालोचनात्मक टिप्पणी करें।
15 Sep, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 2 अंतर्राष्ट्रीय संबंधउत्तर :
उत्तर की रूपरेखा-
- मोस्ट फेवर्ड नेशन की परिभाषा दें।
- पाकिस्तान से यह दर्जा छीन लिये जाने के पक्ष में तर्क प्रस्तुत करें।
- दर्जा छीने जाने के विपक्ष में तर्क प्रस्तुत करें।
- निष्कर्ष
विश्व व्यापार संगठन और अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड नियमों के आधार पर व्यापार में सर्वाधिक तरजीह वाले देश को मोस्ट फेवर्ड नेशन(एम एफ एन) कहा जाता है। यह दर्जा पाने वाला देश इस बात को लेकर आश्वस्त रहता है कि उसे व्यापार में नुकसान नहीं पहुँचाया जाएगा। भारत ने 1996 में पाकिस्तान को एम एफ एन का दर्जा दिया था। इस दर्जे के तहत आयात-निर्यात में विशेष छूट मिलती है। इस दर्जे को पाने वाले देश के साथ कारोबार न्यूनतम आयात शुल्क पर होता है। भारत-पाक मामले में यह दर्जा एकतरफा है, अर्थात् 2012 में भारत को यह दर्जा देने की घोषणा के बावजूद पाकिस्तान ने भारत को ऐसा कोई दर्जा नहीं दिया है।
उरी हमले के बाद यह मांग की जाने लगी थी कि पाकिस्तान से एम एफ एन का दर्जा छीन लिया जाना चाहिये।
पाकिस्तान से एम एफ एन दर्जा छीन लिये जाने के पक्ष में तर्क
- पाकिस्तान भारत के विरुद्ध सीमा पार से लगातार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और युद्ध विराम का उल्लंघन कर रहा है।
- यदि भारत आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग करना चाहता है तो इसकी शुरुआत स्वयं भारत को करनी होगी।
- किसी विशेष आयात को लेकर भारत पाकिस्तान पर निर्भर नहीं करता है। पाकिस्तान से व्यापार का हिस्सा, भारत के वैश्विक व्यापार का 0.5% लगभग है।
- पाकिस्तान , भारत के अफगानिस्तान और मध्य एशिया के अन्य देशों के साथ व्यापार में कठिनाइयाँ उत्पन्न करता है।
पाकिस्तान से एम एफ एन दर्जा छीन लिये जाने के विपक्ष में तर्क-
- भारत पाकिस्तान के बीच व्यापार पर प्रतिबंध से सीमा पर तस्करी के मामलों में वृद्धि होगी, जो पहले से ही बड़ी मात्रा में जारी है।
- भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में है, अतः भारत को इसे जारी रखना चाहिये।
- व्यापारिक गतिविधियों के संचालन से दोनों के देशों के बीच शांति वार्ता और विवादों के समाधान का माहौल बनेगा।
- भारत पाकिस्तान के बीच सुगम व्यापार, अफगानिस्तान और मध्य एशिया के देशों तक भारत की पहुँच को सुनिश्चित कर सकता है।
- भारत की पाकिस्तान के साथ व्यापारिक गतिवधियों के माध्यम से पाकिस्तान में चीन के प्रभाव को कम करने में सहायता मिल सकती है।
केवल एम एफ एन का दर्जा छीनकर पाकिस्तान से औपचारिक व्यापार जारी रखना भारत की रणनीतिक गलती होगी क्योंकि यदि सुरक्षा संबंधी मुद्दों के आधार पर भारत पाकिस्तान से एम एफ एन का दर्जा छीन लेता है, तो उसे साथ ही पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित करना चाहिये, अन्यथा सिर्फ तरजीही देश का दर्जा छीन लेने के निर्णय का औचित्य साबित करना भारत के लिये कठिन होगा। इसलिये सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान के साथ व्यापार और एम एफ एन दर्ज़े पर भारत को स्पष्ट नीति तैयार करनी चाहिये।
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