- फ़िल्टर करें :
- सैद्धांतिक प्रश्न
- केस स्टडीज़
-
प्रश्न :
वर्तमान में कई व्यवसायों के विभिन्न सामाजिक-वैधानिक संरचना से युक्त विभिन्न देशों में विभिन्न कार्यालय हैं। इस संदर्भ में क्या संगठन द्वारा विभिन्न बाज़ारों के अनुसार रोजगार, प्रोन्नति और वेतन के मामले में विभिन्न कार्मिक नीतियाँ लागू करना एक नैतिक व्यवहार है? सिद्ध करें।
12 Sep, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नउत्तर :
उत्तर की रुपरेखा:
- विभिन्न देशों व विभिन्न सामाजिक-कानूनी फ्रेमवर्क में व्यापारिक संगठनों के व्यापार करने के तरीके को उल्लेखित करें।
- इन तरीकों को नैतिकता के मापदंड पर जाँचे तथा बताएँ कि कौन-से व्यवहारों को प्रत्येक देश में अनैतिक ही माना जाएगा।
वर्तमान व्यापारिक कंपनियों के ऑफिस अलग-अलग देशों में भिन्न सामाजिक-कानूनी फ्रेमवर्क पर आधारित होते हैं। इनमें निम्न बातें दृष्टिगत होती हैं:
- संगठनात्मक संरचना और कार्य-संस्कृति के स्तर पर किसी भी देश में एकरूपता देखने को मिलती है, जैसे- उबेर, समान कार्य संस्कृति, सुरक्षा स्तर, चालकों के लिये समान स्तर और ग्राहकों से संबंध को सभी देशों में एक-सा रखती है।
- अन्य पूरक कारक क्रियान्वयन के स्तर पर विभिन्नता लाते हैं। इसमें सोसाइटी की भूमिका, व्यक्तिगत गुण, बाज़ार की उम्मीदें महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। जैसे- अमेजन डिलिवरी पर नकद भुगतान की व्यवस्था भारत में रखता है अन्य देशों में नहीं।
इस प्रकार की विभिन्नता को नैतिक कहा जाएगा क्योंकि नैतिकता (सही या गलत) समाज की वरीयता के आधार पर तय होती है अर्थात् नैतिकता के मानक समाज के आधार पर परिवर्तित होते हैं। नीतिशास्त्र किसी एक नैतिक कार्रवाई से इतर प्रतिस्पर्द्धी विकल्पों के मध्य मूल्यांकन करने के साधन उपलब्ध करवाता है। एक निर्णय किसी एक निचे में नैतिक रूप से सही हो सकता है और भिन्न सामाजिक परिस्थितियों में परिवर्तित भी हो सकता है लेकिन किसी भी परिस्थिति में लैंगिक या नृजातीय विभेद को नैतिकता के चश्मे के अंदर सही नहीं ठहराया जा सकता है।
उदाहरणः भिन्न-भिन्न देशों में वहाँ के कानून व मानकों के आधार पर मातृत्व लाभ, कार्य समय का अलग होना नैतिक है परंतु सामाजिक मानकों पर महिला के पदानुक्रम को निश्चित करना नैतिक नहीं माना जा सकता है।
To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.
Print