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प्रश्न :
वर्तमान समय में राष्ट्रमंडल की प्रासंगिकता बताएँ। यूरोपीय संघ से अलगाव के आलोक में राष्ट्रमंडल के प्रति ब्रिटेन की दिलचस्पी पर टिप्पणी करें।
16 Dec, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 2 अंतर्राष्ट्रीय संबंधउत्तर :
उत्तर की रूपरेखा:
- राष्ट्रमंडल का संक्षिप्त परिचय दें।
- ब्रेक्जिट से संबंधित विभिन्न संदर्भों को बताएँ।
राष्ट्रमंडल 52 देशों का एक अंतर-सरकारी संगठन है। ये ऐसे देश हैं जो पूर्व में ब्रिटिश के उपनिवेश रह चुके हैं। यह संगठन सदस्य देशों की आम सहमति से संचालित होता है तथा राष्ट्रमंडल सचिवालय और गैर-सरकारी संगठनों के माध्यम से संगठित है। इसके अंतर्गत दुनिया की लगभग एक तिहाई आबादी और विभिन्न जाति, धर्म, भाषा और आय से संबंधित लोग शामिल हैं।
हाल ही में ब्रिटेन ने यूरोपीय संघ से अलग होने का निर्णय लिया है। इस संदर्भ में ब्रिटेन के निहितार्थ को निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझा जा सकता है-
- ब्रिटेन का व्यापार राष्ट्रमंडल के सदस्य राष्ट्रों के साथ पिछले दशकों में काफी स्थिर रहा है जो लगभग ब्रिटेन के सकल घरेलू उत्पाद का 10% था। इनमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका का योगदान काफी अधिक था।
- ब्रिटेन ने राष्ट्रमंडल का नेतृत्व करने के बारे में सावधानी बरती है क्योंकि एक राजशाही शासन का आरोप लगने का खतरा है।
- कुछ राजनेताओं की उम्मीदों के बावज़ूद राष्ट्रमंडल ब्रिटेन के राष्ट्रीय हितों की पूर्ति करने में सक्षम नहीं है, क्योंकि इनके सदस्यों में अधिकांश छोटे-छोटे द्वीपीय राष्ट्र हैं जो वर्तमान समय में दुनिया में ब्रिटेन की मौजूदगी में महत्त्वपूर्ण अंतर ला सकते हैं।
अतः स्पष्ट है कि अंतर-राष्ट्रमंडल संबंधों के लिये यह एक अनिश्चितता का दौर है। यह संभव है कि ब्रेक्जिट से यूरोपीय संघ का संकुचन होगा, जो ब्रिटेन के भविष्य के लिये हानिकारक हो सकता है। साथ ही यह ब्रिटेन में सामाजिक-आर्थिक विकास और राजनीतिक अस्थिरता के लिये भी संकट उत्पन्न कर सकता है।
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