डॉ. राज दिल्ली के एक पॉश इलाके में रहते हैं। उनके घर से थोड़ी दूरी पर एक मदर डेयरी का बूथ है। संयोग से बूथ में काम करने वाले लड़के डॉ. राज के पैतृक गाँव से होते हैं। इसी कारण वे डॉ. राज का बहुत सम्मान भी करते हैं। डॉ. राज भी दोस्ताना स्वभाव के हैं। एक बार बातों-ही-बातों में वे डॉ. राज को बताते हैं कि हम लोगों को जो टोकन से ‘खुला दूध’ देते हैं, उसमें हम विशेष तरीके से म्यूनीशिपल सप्लाई वाला पानी मिलाते हैं। डॉ. राज को उनसे जान-पहचान होने के कारण शुद्ध दूध मिल जाता है। डॉ. राज द्वारा पानी मिलाने का कारण जानने की कोशिश करने पर वे लोग बताते हैं कि वह बूथ उनके फौजी चाचा के नाम है तथा जो भी लाभ शुद्ध दूध बेचने से होता है, वो सारा चाचा ही लेते हैं। उन लड़कों की कमाई का साधन पानी मिलाने से होने वाली अतिरिक्त कमाई ही होती है। वो दोनों लड़के बताते हैं कि कम पढ़े-लिखे होने के कारण कोई अन्य नौकरी नहीं मिली तथा विवाहित होने के कारण परिवार का खर्चा चलाने के लिये वे ऐसा कर रहे हैं। उनमें से एक लड़के को अपनी बहन की शादी भी करनी है। उस बूथ पर दूध लेने वाले लोगों में कॉलोनी के लोगों के अतिरिक्त थोड़ी दूर पर बसी बस्ती के लोग तथा चाय की दुकान वाले लोग भी शामिल हैं। 1. इस केस स्टडी में नैतिक मुद्दों को चिह्नत कीजिये। 2. इस परिस्थिति में डॉ. राज का क्या नैतिक दायित्व है? 3. यदि आप डॉ. राज की जगह होते तो आपके सामने क्या-क्या विकल्प उपस्थित होते?
02 May, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न1. इस केस स्टडी में निम्नलिखित नैतिक मुद्दे निहित हैं-
2. डॉ. राज का नैतिक दायित्त्व है कि वह उन लड़कों को दूध में मिलावट करने से रोके। वह ‘धारण’ (Persuasion) द्वारा उन्हें इस अनैतिक एवं आपराधिक कृत्य को न करने के लिये तैयार करें। उन्हें पकड़े जाने की स्थिति में कड़ी सजा होने का भय दिखाये। उनको एक काल्पनिक कहानी गढ़ते हुए बताए कि मैंने कुछ लोगों को यह कहते सुना है कि डेयरी के लड़के दूध में पानी मिलाते हैं, इसीलिये उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत करनी पड़ेगी।
इस प्रकार उन्हें भय दिखाने के साथ-साथ आजीविका के विकल्प के तौर पर ‘मनरेगा’ तथा ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास कार्यक्रम’ के संबंध में पूरी जानकारी देकर उन्हें इन योजनाओं में पंजीकृत कराने के लिये प्रोत्साहित करना चाहिये ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।
3. यदि मैं डॉ. राज की जगह होता तो मेरे सामने निम्नलिखित विकल्प होते-
(क) जैसी व्यवस्था चल रही है, उसे वैसी ही चलने देता क्योंकि अंततः मुझे तो शुद्ध दूध मिल ही रहा है। परंतु, ऐसा करना न सिर्फ अनैतिक है बल्कि अपराध भी है क्योंकि मेरी आँखें के सामने लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ व धोखाधड़ी हो रही है, जिसमें मेरी मौन-सहमति भी है।
(ख) मैं डेयरी से दूध लेना बंद कर देता और वस्तुस्थिति से मुँह मोड़ लेता। लेकिन, यह पलायनवादी प्रकृति उचित नहीं है।
(ग) गुपचुप तरीके से लड़कों की शिकायत कर देता ताकि उन्हें उनकी गलती की सजा मिले। परंतु ऐसा करके मैं उनमें सुधार की संभावनाओं को खत्म कर देता। यह उनके साथ विश्वासघात भी होता तथा उनके परिवारजनों के जीवन पर भी इसका बुरा असर पड़ता।
(घ) मैं लड़कों को समझाता कि उनका कृत्य अनैतिक होने के साथ-साथ गैर-कानूनी भी है तथा पकड़े जाने पर उन्हें कड़ी सजा मिल सकती है। फिर, उन्हें उनके ‘कौशल विकास’ के लिये ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना’ से जुड़ने या आपातस्थिति में ‘मनरेगा’ में पंजीकृत होने की सलाह देता तथा उनका उचित मार्गदर्शन करता।