व्यक्ति की अभिवृत्ति के निर्माण में विभिन्न सामाजिक व व्यक्तिगत कारक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक बार अभिवृत्तियाँ निर्मित हो जाती हैं तो उनमें बदलाव बहुत मुश्किल हो जाता है। इस संदर्भ में अभिवृत्तियों के दोषों की चर्चा कीजिये।
10 May, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नसामान्यतः किसी मनोवैज्ञानिक विषय के पक्ष या विपक्ष में सकारात्मक या नकारात्मक भाव की तीव्रता को अभिवृत्ति कहते हैं। आमतौर पर अभिवृत्तियाँ व्यक्तिगत अनुभव एवं समाज के साथ अंतर्क्रिया द्वारा सीखी जाती है। कुछ जन्मजात कारक भी अभिवृत्ति निर्माण में छोटी किंतु महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चूँकि अभिवृत्ति सापेक्षतः स्थायी होती है तथा इसमें प्रेरित करने की शक्ति भी होती है, इसी विशेषता के कारण ‘अभिवृत्ति’ के कुछ नुकसान (दोष) भी परिलक्षित होते हैं, यथा-
उपरोक्त स्थितियों में नकारात्मक अभिवृत्ति परिलक्षित हो रही है, जिसे विभिन्न उपायों यथा-धारण/अनुनयन, संदर्भ समूह में परिवर्तन, व्यक्तित्व में परिवर्तन, अतिरिक्त सूचनाओं आदि के द्वारा परिवर्तित किया जाना चाहिये।