- फ़िल्टर करें :
- सैद्धांतिक प्रश्न
- केस स्टडीज़
-
प्रश्न :
द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शासन में विवेकशीलता भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है। क्या आप इस बात से सहमत हैं? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दें। साथ ही विवेकशीलता को कम करने हेतु सुझाव प्रस्तुत करें।
28 Sep, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नउत्तर :
भूमिका में :-
विवेकशीलता को संक्षेप में समझाते हुए उत्तर प्रारंभ करें।
विषय-वस्तु में :-
भूमिका से लिंक रखते हुए प्रथम पैराग्राफ में बताएँ कि विवेकशीलता भ्रष्टाचार को जन्म देती है, जैसे :
- व्यवस्था में विवेकशीलता के आधिक्य से भ्रष्टाचार के अवसर सरकारी तंत्र के हाथों में अधिक हो जाते हैं।
- विवेकशीलता व्यक्ति में स्वार्थता को जन्म दे सकती है।
- व्यक्ति हित, पक्षपात, भाई-भतीजावाद आदि को बढ़ावा देती है।
- संगठनों की कार्य संस्कृति दूषित होती है तथा सार्वजनिक संसाधनों के दुरुपयोग को बढ़ावा मिलता है।
- यदि प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही का अभाव होता है तो विवेकशीलता भ्रष्टाचार की दर को तीव्र कर देती है।
प्रथम पैराग्राफ से लिंक रखते हुए द्वितीय पैराग्राफ में प्रशासन में विवेकशीलता के महत्त्व को बताएँ, साथ ही विवेकशीलता को कम करने के उपायों पर चर्चा करें, जैसे :
- सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग को बढ़ावा।
- सुपरिभाषित मार्गदर्शी सिद्धांत।
- प्रभावी निरीक्षण और गतिविधियों की समीक्षा इत्यादि को विश्लेषित करके लिखें।
अंत में प्रश्नानुसार संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें।
नोट : निर्धारित शब्द-सीमा में विश्लेषित करके लिखें।
To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.
Print