एक लोकसेवक में उत्तरदायित्व की भावना का उपस्थित होना अपरिहार्य माना जाता है परंतु अनेक कारक ऐसे हैं जो उत्तरदायित्व के मार्ग में अवरोध उत्पन्न करते हैं। उन अवरोधकों को दूर कर लोकसेवाओं में उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने के उपायों की चर्चा करें।
17 May, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न‘उत्तरदायित्व’ से तात्पर्य है- जिस व्यक्ति के पास कोई विवेकाधीन शक्ति है, उस पर बाध्यता होना कि वह अपने विवेक से किये गए कृत्यों की संतोषप्रद व्याख्या कर सके अन्यथा उसे उन कृत्यों के लिये दण्ड दिया जा सकता है। यथा- कितना धन किस मद में खर्च किया गया और क्यों? किसी विशेष स्थिति में कौन-सा निर्णय लिया गया और क्यों? इत्यादि की संतोषप्रद व्याख्या करने की बाध्यता। इस ‘संतोषप्रद व्याख्या’ में निम्नलिखित गुण होने चाहियें-
उत्तरदायित्व के मार्ग में अवरोध उत्पन्न करने वाले कारकः
लोकसेवाओं में उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने के उपायः
इस प्रकार विभिन्न उपायों द्वारा उत्तरदायित्व को सुनिश्चित कर एक उत्तरदायी शासन प्रणाली की स्थापना की ओर अग्रसर हुआ जा सकता है।