आप एक राज्य के पुलिस महानिदेशक हैं। आपके राज्य का एक बहुत महत्त्वपूर्ण ‘एक्सप्रेस वे’ कुछ महीनों से राष्ट्रीय स्तर पर लगातार चर्चा में हैं। दरअसल 300 किमी. लंबे इस एक्सप्रेस वे (जो राज्य के 6 जिलों से होकर गुजरता है) पर एक अपराधी गिरोह सक्रिय है, जो रात के समय वहाँ से गुजरने वाले वाहनों को अपना निशाना बनाता है। यह गिरोह न केवल वाहन में सवार लोगों के कीमती सामान को लूटता है बल्कि वाहन में सवार महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसा घिनौना अपराध भी करता है। ऐसी कई घटनाएँ उस ‘एक्सप्रेस वे’ पर घटित हो चुकी हैं किंतु प्रशासन न तो उस गिरोह को पकड़ पाया है और न ही घटनाओं को रोक पा रहा है। इन घटनाओं से राज्य पुलिस की छवि राष्ट्रीय स्तर पर धूमिल हुई है। आप पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह-मंत्रालय की ओर से इस समस्या के तुरन्त समाधान का अत्यधिक दबाव है। ऐसी परिस्थिति में आप किन उपायों द्वारा इन घटनाओं को रोकने और अपराधियों को पकड़ने का प्रयास करेंगे?
29 May, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नसमाधानः यहाँ समस्यों के मूल में तीन स्थितियाँ उभर कर सामने आ रही हैं-
(i) 300 कि.मी. लंबें ‘एक्सप्रेस वे’ पर (जो कि 6 जिलों से होकर गुजरता है) अपराधियों की सटीक अवस्थिति (Location) का अंदाजा लगाने में असफलता।
(ii) घटना के दौरान पुलिस का समय पर घटनास्थल पर न पहुँच पाना।
(iii) विभिन्न जिलों की पुलिस टीमों के मध्य समन्वय का अभाव।
एक पुलिस महानिदेशक के तौर पर मैं इस परिस्थिति में निम्नलिखित उपाय करता-
(i) सर्वप्रथम ‘एक्सप्रेस वे’ पर प्रत्येक तीस किलोमीटर की दूरी पर पुलिस पीसीआर की व्यवस्था करता, जो त्वरित कार्रवाई के लिये हमेशा तत्पर रहे। यह सुनिश्चित करता कि एक्सप्रेस वे पर उपस्थित पुलिस पीसीआर टीमों के लिये एक निश्चित हेल्पलाइन नम्बर तथा मोबाइल फोन ‘ट्रैशर’ की सुविधा 24×7 उपलब्ध रहे।
(ii) यह सुनिश्चित करता कि पूरे ‘एक्सप्रेस वे’ के किसी भी सुनसान इलाके में मोबाइल नेटवर्क की अनुपस्थिति की समस्या न रहे।
(iii) निर्देश जारी करता कि रात के समय जो भी वाहन ‘एक्सप्रेस वे’ से गुजरे, उसे टॉल प्लाजा पर ही एक ‘सावधानी पत्र’ दिया जाये जिसमें उसे आपात स्थिति में पुलिस से संपर्क स्थापित करने के तरीकों का उल्लेख हो तथा अपराधियों के अपराध करने के तौर-तरीकों का भी उल्लेख हो।
(iv) सभी जिलों की उन पुलिस चौकियों, जो ‘एक्सप्रेस वे’ के साथ सटी हों, में सर्कुलर जारी करता कि ‘एक्सप्रेस वे’ से सटे सभी गाँवों में जिन लोगों के खेत एक्सप्रेस वे के 500 मी. की दूरी तक जुड़े हैं, उन लोगों की सूची बनाये तथा उन्हें हिदायत दे कि जब भी वे अपने खेतों या ‘एक्सप्रेस वे’ के आसपास अनजान या संदेहास्पद लोगों के समूह को देखें तो तुरन्त पुलिस को सूचना दें। सही सूचना देने वाले के लिये उचित प्रोत्साहन राशि का भी प्रबंध सुनिश्चित करता।
(v) पुलिस को ‘रैपिड ट्रांजिट’ के लिये अच्छे वाहन उपलब्ध कराता।
(vi) एक ‘ऐप’ भी तैयार करवाता जिसे जब एक्सप्रेस वे पर सफर करने वाले उपयोग करते रहते तब उनकी लोकेशन व बताई गई समस्या ‘कंट्रोल रूम’ को ‘रियल टाईम’ में पता चलती रहती।
(vii) एक एस.आई.टी गठित करता जो उस अपराधी गिरोह को पकड़ने में पूरी ऊर्जा लगा दे।
(viii) सभी छः जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ एक ‘विशेष समूह’ बनाता ताकी उनमें आपसी समन्वय मजबूती से स्थापित हो सके।