निम्नलिखित पर टिप्पणी करें। (1) घृणा (2) ख़ुशी
29 Sep, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न(1). घृणा एक मनोवैज्ञानिक स्थिति है। यह तब उत्पन्न होती है, जब कोई अरुचिकर या अप्रिय घटना का सामना करता है। यह घृणा भोजन, किसी व्यक्ति या समूह, जाति, धर्म किसी के भी प्रति हो सकती है। इसके फलस्वरूप उन पहलुओं के प्रति नकारात्मक अभिवृत्ति का निर्माण होता है।
यद्यपि प्रारंभ में घृणा को केवल शारीरिक संदूषकों की प्रतिक्रिया स्वरूप उत्पन्न प्रेरणा माना गया लेकिन यह नैतिक और सामाजिक संदूषकों पर भी लागू की गई। उदाहरणस्वरूप जब कोई व्यक्ति या समूह किसी दूसरे व्यक्ति या समूह के प्रति यह अनुभव करता है कि वह धोखेबाज, बलात्कारी, हत्यारा या दूसरों को चोट पहुँचाने वाला है, तो वे प्रतिक्रियास्वरूप उस व्यक्ति या समूह से दूरी बना लेते हैं।
(2). खुशी एक ऐसी भावनात्मक या मानसिक स्थिति है जिसे एक-दूसरे के बीच सकारात्मक या सुखद भावनाओं के संदर्भ में संतुष्टि से लेकर तीव्र आनंद की प्राप्ति के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। भारतीय दर्शन में इसका महत्त्वपूर्ण स्थान है। खुशी बौद्ध शिक्षाओं का केंद्रीय विषय है, जिसके अंतर्गत अष्टांगिक मार्ग को पालन करते हुए परम सुख की कल्पना की गई। वहीं, हिन्दू धर्म में पतंजलि (योगसूत्र के लेखक) ने आनंद (खुशी) के मनोवैज्ञानिक और सत्तामूलक जड़ों पर काफी विस्तृत रूप में लिखा है।
वर्तमान में धन को खुशी का साधन माना जाने लगा है। लेकिन वास्तविकता यह है कि धन एक निश्चित सीमा तक ही ख़ुशी प्रदान करने में सहायक है। वास्तविक खुशी वह है, जो न केवल स्वयं को मानसिक संतुष्टि और आनंद प्रदान करे, बल्कि दूसरों के कल्याण को भी बढ़ावा दे।