केस अध्ययन : आप दिल्ली में कपड़े के व्यापारी हैं। आप अपने बच्चे का दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ स्कूल में दाखिला कराना चाहते हैं। प्रवेश की संपूर्ण प्रक्रिया के बाद जब प्रवेश की अंतिम लिस्ट जारी की जाती है तो आपके बच्चे का नाम उसमें नहीं होता है। अगले दिन आपके पास आपके यहाँ काम करने वाला कर्मचारी आता है और अपने बच्चे के उसी स्कूल में एडमिशन की बात करता है। आप अचंभित हो जाते हैं। कुछ दिन बाद आपको पता चलता है कि उसके बच्चे का एडमिशन ‘शिक्षा के अधिकार’ के तहत आरक्षित सीट पर हुआ है। ऐसी स्थिति में आप भी फर्ज़ी कागज़ों के सहारे एडमिशन दिलाने का फैसला करते हैं। आप स्कूल में दस्तावेज़ जमा कर देते हैं। इसी दौरान एक एनजीओ द्वारा आरक्षित सीटों पर हो रहे फर्ज़ीवाड़े के मुद्दे को प्रकाश में लाया जाता है। इसकी जाँच के लिये कमेटी गठित की जाती है। इसमें आपके पकड़े जाने की संभावना है फलस्वरूप, आप किसी पिछड़े क्षेत्र में गरीब बनकर रहते हैं। वहाँ आपकी मुलाकात एक व्यक्ति से होती है जिसकी लड़की का एडमिशन भी उस स्कूल में होने की संभावना है। जब लॉटरी के माध्यम से स्कूल में अंतिम लिस्ट तैयार की जाती है, तो आपके लड़के का नाम उसमें होता है लेकिन उस गरीब की बच्ची का नहीं। प्रश्न : इसमें कौन-कौन से नैतिक मुद्दे शामिल हैं? प्रश्न : इस स्थिति में आपके द्वारा की जाने वाली कार्यवाही को बताएँ।
03 Oct, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़भूमिका में :-
नैतिक मुद्दे को स्पष्ट करते हुए उत्तर प्रारंभ करें।
विषय-वस्तु में :-
पहले प्रश्न की विषय-वस्तु में केस अध्ययन में शामिल नैतिक मुद्दों की पहचान कर उनके आधार को स्पष्ट करते हुए विश्लेषित करके लिखें, जैसे :
दूसरे प्रश्न की विषय-वस्तु चूँकि आपके विचारों से संबंधित है अतः पहले प्रश्न के नैतिक मुद्दों को ध्यान में रखते हुए अपने विचारों को लिखें। इसमें निम्नलिखित विकल्पों को शामिल किया जा सकता है, जैसे :
अंत में प्रश्नानुसार संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें।
नोट : निर्धारित शब्द-सीमा में विश्लेषित करके लिखें।