‘कोड ऑफ एथिक्स’ और ‘कोड ऑफ कंडक्ट’ पर द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग की सिफारिशों का उल्लेख करते हुए देश में फैले भ्रष्टाचार के मूल कारणों का वर्णन करें।
05 Jul, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न‘शासन में नैतिकता’ नामक रिपोर्ट में द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग का कहना है कि लोक सेवा मूल्यों की एकशृंखला होनी चाहिये जो कानूनी अनुबंध द्वारा निर्धारित हो, जैसा कि आस्ट्रेलिया के मामले में होता है। साथ ही, यह सुनिश्चित करने की व्यवस्था होनी चाहिये कि सिविल सेवक निरंतर इन मूल्यों के प्रति उत्साहजनक रहें। आयोग की सिफारिशें निम्नवत हैंः
आयोग ने विभिन्न वर्ग के लोगों के लिये पृथक-पृथक नैतिक संहिता के निर्माण की सिफारिश की। इसने मंत्रियों के लिये नैतिक संहिता, विधायिका सदस्यों के और सिविल संहिता, विधायिका सदस्यों के और सिविल सेवकों के लिये नैतिक संहिता की बात की है।
देश में फैला भ्रष्टाचार एक जटिल समस्या है और इस समस्या की जड़ देश के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, प्रशासनिक ढाँचे में खोजी जा सकती है। प्रायः भ्रष्टाचार केा प्रशासनिक एवं आर्थिक समस्या माना जाता है परंतु इसका सामाजिक पहलू अपेक्षाकृत अधिक महत्त्वपूर्ण है। भ्रष्टाचार के प्रमुख कारण निम्नवत हैं-
इनके अतिरिक्त, सरकार की अक्षमता तथा देश की बड़ी जनसंख्या भी भ्रष्टाचार का एक अन्य बड़ा कारण है। इतनी बड़ी जनसंख्या को सरकार गणवत्तापूर्ण सार्वजनिक सेवाएँ उपलब्ध नहीं करा पा रही है। इसलिये इन सेवाओं को प्राप्त करने के लिये रिश्वत दी जाती है।