कार्य संस्कृति से क्या तात्पर्य है? एक अनुकूल कार्य संस्कृति के महत्त्व का उल्लेख करें। वर्तमान में सरकारी कार्यालयों में बेहतर कार्य संस्कृति का अभाव है। इसके कारणों का उल्लेख करते हुए कार्य संस्कृति की बेहतरी के उपाय सुझाएँ।
उत्तर :
भूमिका में:-
कार्य संस्कृति के अर्थ को स्पष्ट करते हुए उत्तर प्रारंभ करें।
विषय-वस्तु में:-
- प्रथम पैराग्राफ में कार्य संस्कृति के प्रकारों यथा- मज़बूत और कमजोर कार्य संस्कृति पर संक्षिप्त चर्चा के साथ अनुकूल कार्य संस्कृति के महत्त्व को लिखें, जैसे :
- एक स्वस्थ कार्य संस्कृति कर्मचारियों की संतुष्टि को बढ़ाती है और उत्पादकता में वृद्धि लाती है।
- इससे कार्यस्थल पर स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा मिलता है।
- दीर्घकाल में कोई भी संगठन, उसकी कार्य संस्कृति से पहचाना जाता है।
- संगठन में कार्य संस्कृति कर्मचारियों को एक मंच पर लाकर सभी के साथ समान व्यवहार को सुनिश्चित करती है। इससे एक कर्मचारी संगठन में बेहतर ढंग से समायोजन कर पाता है।
- कार्य संस्कृति विभिन्न पृष्ठभूमि से आए कर्मचारियों में कार्यस्थल पर एकता की भावना पैदा करती है।
- द्वितीय पैराग्राफ में वर्तमान में सरकारी कार्यालयों में बेहतर कार्य संस्कृति के अभाव के कारणों का उल्लेख करते हुए संस्कृति की बेहतरी के लिये उपाय लिखें, जैसे :
कारणों में:
- उदासीनता।
- उत्तरदायित्व और जवाबदेही का अभाव।
- भ्रष्टाचार।
- सही व्यक्ति को उचित कार्य का आवंटन नहीं।
- कार्य से जुड़े स्पष्ट दिशा-निर्देशों का अभाव।
- अत्यधिक तनाव।
- लैंगिक भेदभाव और उत्पीड़न।
- शक्तियों का अत्यधिक केंद्रीकरण और सहकारिता का अभाव।
उपाय:
- बायोमेट्रिक मशीनों का प्रयोग।
- कार्य निष्पादन के आधार पर वेतन वृद्धि और पदोन्नति को सुनिश्चित करना।
- भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की समीक्षा।
- सूचना का अधिकार, सिटीज़न चार्टर जैसे प्रावधानों का प्रभावी क्रियान्वयन।
- नागरिकों में जागरूकता लाना।
- सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के प्रयोग को बढ़ावा।
- कोड ऑफ कंडक्ट और कोड ऑफ एथिक्स का निर्माण तथा इनका क्रियान्वयन।
अंत में प्रश्नानुसार संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें।
नोट: निर्धारित शब्द-सीमा में उत्तर को विश्लेषित करके लिखें।