नोलन समिति द्वारा निर्धारित नैतिक मानकों को संक्षिप्त में उल्लिखित करते हुए द्वितीय प्रशासनिक सुधार द्वारा मंत्रियों के लिये नैतिक संहिता और आचरण संहिता पर दिये गए सुझावों का उल्लेख करें।
उत्तर :
भूमिका में:-
नोलन समिति द्वारा निर्धारित नैतिक मानकों की चर्चा के साथ उत्तर प्रारंभ करें।
विषय-वस्तु में :-
द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग के अनुसार, मंत्रियों के लिये नैतिक संहिता और आचरण संहिता में निम्नलिखित को शामिल किया जाना चाहिये, जैसे :
- सर्वोच्च नैतिक मानकों को बनाए रखना चाहिये।
- मंत्रियों को उनके कार्यों के लिये उत्तरदायी ठहराया जाना चाहिये।
- सार्वजनिक व निजी लाभों के फलस्वरूप उत्पन्न ‘हित संघर्ष’ का बेहतर प्रबंधन किया जाना चाहिये।
- मंत्रियों को सार्वजनिक साधनों का प्रयोग अपने दल या राजनैतिक प्रयोजन के लिये नहीं करना चाहिये।
- सरकारी कर्मचारियों के कर्त्तव्यों व उत्तरदायित्वों के साथ टकराव से बचने के लिये मंत्रियों को सिविल सेवा की राजनैतिक निष्पक्षता को बनाए रखना चाहिये।
- मंत्रियों को गोपनियता का पालन करना चाहिये।
- मंत्रियों को संविधान के अनुसार लोगों के अधिकतम कल्याण के लिये कार्य करना चाहिये।
- मंत्रियों को निष्पक्षता, समानता, वस्तुनिष्ठता जैसे मूल्यों का पालन करना चाहिये।
- मंत्रियों को उपलब्ध सूचनाओं का दुरुपयोग नहीं करना चाहिये।
अंत में प्रश्नानुसार संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें।
नोट: निर्धारित शब्द-सीमा में उत्तर को विश्लेषित करके लिखें।