वस्तुनिष्ठता से क्या तात्पर्य है? सिविल सेवा के लिये यह एक आधारभूत मूल्य क्यों है?
उत्तर :
उत्तर की रूपरेखा
- वस्तुनिष्ठता की परिभाषा।
- सिविल सेवा में इसकी महत्ता का बिंदुवार विश्लेषण।
|
तटस्थ निरीक्षण द्वारा तथ्यों का उनके वास्तविक रूप में संकलन और विश्लेषण ही वस्तुनिष्ठता है। दूसरे शब्दों में अपने स्वयं के विचार, आशा, आकांक्षा, भावना और पूर्वाग्रह से प्रभावित न होकर किसी भी तथ्य या घटना का उसके वास्तविक रूप में ही विश्लेषण करना वस्तुनिष्ठता कहलाती है।
वस्तुनिष्ठता को सिविल सेवकों के लिये एक आधारभूत मूल्य मानने के पीछे निम्नलिखित कारण हैं-
- वस्तुनिष्ठता यह सुनिश्चित करती है कि सिविल सेवक अपने कर्त्तव्य का पालन सभी नागरिकों को एक समान मानकर तटस्थ रहते हुए करे।
- सिविल सेवकों को कई विवेकाधीन शक्तियाँ प्राप्त होती हैं। ऐसे में वस्तुनिष्ठता की कमी उन शक्तियों के गलत इस्तेमाल को प्रेरित कर सकती है और परिणामस्वरूप किसी वर्ग को इससे लाभ और किसी वर्ग को बड़ी हानि हो सकती है।
- नैतिक दुविधा के दौरान सही निर्णय पर पहुँचने में वस्तुनिष्ठता का महत्त्वपूर्ण योगदान हो सकता है।
- नीतियों और योजनाओं के निर्माण के दौरान लाभार्थियों को तर्कसंगत रूप से चुनने के लिये वस्तुनिष्ठता आवश्यक होती है।
- सिविल सेवक को अपने सेवाकाल के दौरान अपने अधीनस्थों के कार्य-निष्पादन का मूल्यांकन भी करना होता है। तथ्यों पर आधारित निष्पक्ष मूल्यांकन के लिये उसका वस्तुनिष्ठ होना ज़रूरी है।
- घटनाओं जैसे सांप्रदायिक दंगों के समय वस्तुनिष्ठता स्थिति के सही आकलन द्वारा निष्पक्षता बरतने में सहायता करती है।
- वस्तुनिष्ठता एक सिविल सेवक को देश के कानून को सभी पर बराबरी से लागू करवाने की प्रेरणा देती है।
इस प्रकार सिविल सेवकों द्वारा प्रतिकूल परिस्थितियों में भी तर्कसंगत रूप से सोचने और कुशल तथा प्रभावी सेवा वितरण करने के लिये वस्तुनिष्ठता एक अपरिहार्य मूल्य है।