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प्रश्न :
समर्पण से आप क्या समझते हैं? एक सिविल सेवक में ऐसे कौन-से लक्षण होने चाहिये, जो जनसेवा के प्रति उसके समर्पण को प्रदर्शित करें।
14 Sep, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नउत्तर :
उत्तर की रूपरेखा –
- समर्पण को परिभाषित करें।
- समर्पित सिविल सेवक के लक्षणों को लिखें।
समर्पण (dedication) का अर्थ है किसी व्यक्तिगत या सामाजिक उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्धता की ऊँची तीव्रता वाली मनःस्थिति। यह मनःस्थिति उद्देश्य के प्रति तीव्र भावनाएँ पैदा करती है, जो व्यक्ति के व्यवहारों को नियंत्रित करती हैं।
ब्रिटिश साम्राज्य ने जो सिविल सेवा बनाई थी, वह अभिजात तथा रूढ़िवादी थी और ब्रिटिश सरकार के प्रति निष्ठा रखती थी। भारत के कल्याणकारी राज्य बनने के बाद ऐसे सिविल सेवकों की ज़रूरत थी जो राष्ट्रीय विकास तथा जन कल्याण में सक्रिय एजेंट की भूमिका निभा सकें।
अगर किसी सिविल सेवक में लोकसेवा के प्रति समर्पण की भावना है तो उसमें निम्नलिखित लक्षण दिखाई देंगे-
- काम को 9 से 6 बजे की नौकरी न समझना, बल्कि ज़रूरत होने पर उत्साहपूर्वक उसके पहले और बाद में भी काम करना।
- वंचित वर्गों की सहायता करने में गहरा संतोष महसूस करना।
- अपने अधिकारों का प्रयोग इस तरह करना कि ज़्यादा-से-ज़्यादा संसाधन उन वर्गों पर खर्च हों, जिन्हें उनकी अधिकतम ज़रूरत है।
- यदि कोई व्यक्ति सरकारी सेवाएँ लेने के लिये औपचारिकताएँ पूरी नहीं कर पा रहा है तो आगे बढ़कर उसकी सहायता करना। अगर अधिकार क्षेत्र में शामिल हो, तो औपचारिकताओं में ढील दे देना। ज़्यादा ध्यान नियमों पर नहीं सकारात्मक परिणामों पर देना।
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