प्रशासकीय विवेक से क्या अभिप्राय है? यह क्यों आवश्यक है? इसके प्रभावों की चर्चा कीजिये।
उत्तर :
भूमिका में :-
प्रशासकीय विवेक को स्पष्ट करते हुए उत्तर प्रारंभ करें।
विषय-वस्तु में :-
प्रशासकीय विवेक की आवश्यकता और इसके प्रभाव की चर्चा करें, जैसे :
आवश्यकता में :
- लोकसेवक या प्रशासनिक अधिकारी लोक नीति के संचालन में केवल सहायक की भूमिका में नहीं होते हैं बल्कि वे लोक कल्याण से संबंधित मुद्दों यथा- भोजन, वस्त्र, आवास आदि के बारे में निर्णय लेते हैं।
- लोक नीतियों को व्यावहारिक रूप देने के लिये और उन्हें परिस्थितियों के अनुकूल बनाने के लिए विवेक की आवश्यकता होती है।
सकारात्मक प्रभाव :
- प्रशासकीय विवेक के कारण ही लोक नीतियों का श्रेष्ठ समायोजन संभव हो पाता है।
- प्रशासकीय विवेक के प्रभाव से प्रशासनिक संस्थाओं का सरल और बेहतर संचालन सुनिश्चित हो पाता है।
नकारात्मक प्रभाव :
- प्रशासकीय विवेक विकल्पों की बहुलता की स्थिति में नैतिक बाधाएँ भी उत्पन्न करता है।
- विवेक निरंकुशता को बढ़ावा देता है ऐसे में यह विवेकहीनता की ओर अग्रसर हो जाता है।
अंत में प्रश्नानुसार संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें।
नोट : निर्धारित शब्द-सीमा में उत्तर को विश्लेषित करके लिखें।