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प्रश्न :
चर्चा करें कि नैतिक शासन और जवाबदेही कैसे जुड़े हैं। इसके अलावा प्रशासन में नैतिक जवाबदेही के लिये बाधाओं पर भी चर्चा करें।
09 Oct, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नउत्तर :
उत्तर की रूपरेखा-
- शासन और उसके घटकों में जवाबदेही के महत्त्व को स्पष्ट करें।
- जवाबदेही और नैतिक शासन के बीच लिंक पर चर्चा करें।
- प्रशासन में जवाबदेही सुनिश्चित करने में चुनौतियों का वर्णन करें।
- निष्कर्ष
जवाबदेही की अवधारणा के दो बुनियादी अर्थ हैं: जवाबदेही और प्रवर्तन। उत्तरदायित्व, सरकार तथा उसकी एजेंसियों और सार्वजनिक अधिकारियों के दायित्वों को संदर्भित करता है कि वे अपने फैसलों और कार्यों के बारे में जनता को जानकारी प्रदान करें और उनके औचित्य को जनता के सामने प्रकट करें।
जवाबदेही और नैतिक शासन: जवाबदेही और नैतिक शासन निकटता से संबंधित है। जवाबदेही, शक्ति का दुरुपयोग नियंत्रित करती है और यह सुनिश्चित करती है कि कार्य-निष्पादन मानदंडों के अनुरूप होगा। दूसरी तरफ, प्रभावी जवाबदेही, प्रशासन प्रणाली में नैतिक मानकों की उपलब्धि में मदद करती है।
नैतिकता को "स्व-जवाबदेही" या प्रशासकों पर आंतरिक जाँच के रूप में माना जा सकता है। "व्यवहार में नैतिकता का स्तर जितना अधिक होगा, जवाबदेही सुनिश्चित कराने वाले बाहरी साधनों की ज़रूरत कम पड़ेगी।
हालाँकि, नैतिक जवाबदेही के समक्ष कुछ बाधा डालने वाले कारक भी हैं, जो कि निम्नलिखित हैं-
- विशेष कौशल और सूचना नौकरशाहों तक सीमित होती है।
- विभागों के बीच समन्वय का अभाव
- अत्यधिक सुरक्षा (उदाहरण के लिये भारत में आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम)
- भ्रष्टाचार ( शक्ति का दुरुपयोग)
- तकनीकी पक्षों पर अधिक बल दिया जाता है, जबकि विकास प्रक्रियाओं के दौरान मानव मूल्यों की उपेक्षा की जाती है।
- अधिकारी समूह और कर्मचारी यूनियन खराब कार्य निष्पादन वाले सरकारी कर्मचारियों के गलत कामों पर पर्दा डालते हैं।
अतः जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिये प्रशासन में हितधारकों की भागीदारी और पारदर्शितापूर्ण कार्य-निष्पादन ज़रूरी है।
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