सार्वजनिक जीवन में अधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे सार्वजनिक मामलों से व्यक्तिगत विषयों को अलग रखें। क्या किसी व्यक्ति के लिये यह संभव है कि वह व्यक्तिगत लाभों को पेशेवर हितों से अलग रखे? उदाहरण के साथ व्याख्या करें।
23 Nov, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्ननौकरशाही का किसी संगठन में कोई स्वामित्व हित (Proprietary Interest) नहीं होता है। नौकरशाही की एक उल्लेखनीय विशेषता यह है कि उसके द्वारा व्यक्तियों के मध्य संबंधों को आधिकारिक प्रणाली और नियमों के आधार पर नियंत्रित किया जाता है। सरकारी पद निजी भागीदारी, भावनाओं इत्यादि से मुक्त होते हैं। इस प्रकार, निर्णय व्यक्तिगत कारकों के बजाय तर्कसंगत कारकों से संचालित होते हैं। यही कारण है कि निष्पक्षता, सत्यनिष्ठा, वस्तुनिष्ठता को नौकरशाही के महत्त्वपूर्ण मूल्यों में सम्मिलित किया गया है। यह तार्किक नौकरशाही की आवश्यक शर्त है।
हाँ, यह संभव है कि व्यक्तिगत लाभों को व्यावसायिक हितों से दूर रखा जा सके। उदाहरण के तौर पर अपने बच्चों को कार्यालय की कार से विद्यालय न छोड़ना, यदि उसका अलग से स्वभुगतान न किया जाता हो। ऐतिहासिक उदाहरण के तौर पर चाणक्य से प्रेरणा ली जा सकती है जिसमें उसके पास दो लैम्प थे। इन लैम्पों में एक का उपयोग वह कोर्ट संबंधित मुद्दों के लिये करता था और दूसरा जो उसका स्वयं का था, का उपयोग व्यक्तिगत मामलों के लिये करता था।