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प्रश्न :
प्रभावशीलता के लिये व्यापक प्रबंधकीय विवेकाधिकार की आवश्यकता है, जबकि जवाबदेही के लिये सख्त केंद्रीय नियंत्रण की आवश्यकता है। इसलिये कुशल और प्रभावी सरकार जवाबदेही की सीमा के भीतर असंभव प्रतीत होती है। क्या आप इस कथन से सहमत हैं? अपने जवाब की औचित्य के साथ व्याख्या कीजिये।
19 Dec, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नउत्तर :
जवाबदेही जवाबदेह होने की स्थिति या गुणवत्ता है। यह ज़िम्मेदारी स्वीकार करने के कर्त्तव्य को दर्शाती है। प्रभावशीलता वांछित परिणाम के उत्पादन की क्षमता है।
बहुत लंबे समय से जवाबदेही और प्रभावशीलता दोनों के सह-अस्तित्व के बारे में बहस चलती आ रही है। कुछ लोगों का मानना है कि जवाबदेही और प्रभावशीलता के बीच बुनियादी फर्क है, क्योंकि जवाबदेही सख्त केंद्रीय नियंत्रण के पक्ष में है जबकि प्रभावशीलता में व्यापक प्रबंधकीय स्वनिर्णय की आवश्यकता है। प्रभावशील संस्था बहुत शक्तिशाली होती है और यह शक्ति जवाबदेही की समस्याएँ पैदा करती है। पारदर्शिता और जनता की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास से निर्णय लेने में देरी हो सकती है और इससे संस्था की प्रभावशीलता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन जवाबदेही की यह पारंपरिक व्याख्या अक्सर अपर्याप्त और कभी-कभी बहुत अनुचित है क्योंकि यह व्याख्या प्रशासनिक स्वनिर्णय की क्षमता को विनियमित करने की बजाय इसके उपयोग को कम करने के पक्ष में है।
कार्यों में परिभाषित प्रक्रिया को दरकिनार करके लिये गए कदम अल्पावधि के लिये प्रभावी हो सकते हैं लेकिन लंबे समय में इसके दुष्परिणाम की संभावना ज्यादा होती है। इसलिये, जवाबदेही के लिये एक अच्छे ढाँचे की रचना करना आवश्यक है जो अधिकारों के दुरुपयोग को रोकने के लिये और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित कर सके। जवाबदेही, सत्ता और अधिकारों के दुरुपयोग को रोकती है और यह शासन में प्रभावशीलता लाने में प्रमुख भूमिका निभाती है। इसलिये दोनों अच्छे प्रशासन के लिये विरोधाभासी नहीं, अपितु पूरक हैं। उदाहरण -एक परमाणु ऊर्जा बिजली संयंत्र का निर्माण करने की प्रक्रिया, परामर्श में जवाबदेही की आवश्यकता है और वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिये प्रभावशीलता की आवश्यकता है ।To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.
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