भारतीय मतदाता मतदान करते समय अपना मत नहीं देते बल्कि अपने जातीय उम्मीदवारों को वोट देते हैं। दिये गए कथन की पृष्ठभूमि में अभिवृत्ति और आचरण के संबंध पर चर्चा कीजिये।
26 Dec, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नकथन को स्पष्ट करें। अभिवृत्ति को स्पष्ट करते हुए इस सन्दर्भ में अभिवृति और व्यवहार के बींच संबंध को स्थापित करें। निष्कर्ष लिखें। |
उपरोक्त प्रश्न भारत में मतदान व्यवहार से संबंधित है। सामान्यतः भारत में, मतदान करते समय मतदाता व्यक्ति की कार्यकुशलता, नैतिकता, पार्टी,सिद्धांत,चारित्र अदि को महत्त्व देने की बजाय जाति को महत्त्व देते हुए अपने जातीय उम्मीदवारों को वोट देते हैं। यह लोगों में अपनी जाति के प्रति प्रेम और स्वार्थ सिद्धि कि भावना को दर्शाता है। यही रुझान चुनाव के समय वोट में परिवर्तित होता है।
अभिवृत्ति और व्यवहार के बीच संबंध-
अभिवृत्ति का तात्पर्य किसी मूर्त अथवा अमूर्त वस्तु अथवा व्यवहार के प्रति सकारात्मक या नकारात्मक रुझान से है। सामाजिक मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि अभिवृत्ति और व्यवहार के बीच एक सीधा संबंध है। ऐसे में स्वार्थ सिद्धि तथा प्रेम के कारण व्यक्ति की अभिवृत्ति जातीय उम्मीदवार के पक्ष में होती है और वे उसे ही वोट देतें हैं।
व्यवहार का संबंध व्यक्ति के अभिवृत्ति के साथ साथ समाज की बाह्य परिस्थिति तथा घटना की अनुकूलता से भी है। उदाहरण के लिये व्यक्तिगत कारणों या हितों के टकराव के कारण यदि व्यक्ति अपने जाति वाले उम्मीदवार को पसंद नहीं करता तो वह उसे वोट नहीं देगा।
स्पष्ट है कि अभिवृत्ति और व्यवहार के बीच एक जटिल संबंध है जो अनेक कारकों पर निर्भर करता है । आमतौर पर व्यक्ति का व्यवहार उसकी अभिवृत्ति को दर्शाता है, लेकिन कुछ परिस्थिति में उसका व्यवहार अभिवृत्ति से भिन्न भी हो सकता है।