सार्वजनिक सेवाओं की ‘सार्वजनिकता’ नीति निर्माताओं और सार्वजनिक प्रबंधकों पर अपने निर्णय लेने में पारदर्शी होने की एक महत्त्वपूर्ण ज़िम्मेदारी देती है। दिये गये कथन के संदर्भ में सार्वजनिक सेवाओं जो कि निजी सेवाओं से भिन्न हैं, की प्रमुख विशेषताओं की चर्चा कीजये।
13 Jan, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नपारदर्शिता और जवाबदेही की मांग लोक सेवाओं के नैतिक अधिकार का स्रोत है जो उन्हें राज्य के प्रावधानों के आधार पर सार्वजनिक संपत्ति एवं लोक मूल्य को विकसित करने का अधिकार प्रदान करती है। लोकनीति और प्रबंधन के निर्णय नागरिकों के हित में हों, यह लोकतांत्रिक सरकार के लोक दर्शन की विशेषता है।
निजी क्षेत्र से अंतरः निष्पक्षता, पारदर्शिता, समानता और प्रतिनिधित्व स्पष्टतः लोक सेवाओं के गुण हैं।
सेवा प्राप्तकर्ताओं की व्यापकता और संयोजनः सेवा प्राप्तकर्ताओं की अधिक संख्या और व्यापकता है, सार्वजनिकता का पहलू छयादा होता है, और यह एक ‘नागरिकों के हित से जुड़े साझा और सर्वत्र सुलभ प्रभाव क्षेत्र’ को दर्शाता है।
सामाजिक-आर्थिक भूमिका की मात्रा और गहनता के सदर्भ में: सेवा के सामाजिक प्रभाव की व्यापकता इसकी सार्वजनिकता की सीमा को बढ़ाती है।
अपनी सार्वजनिक जवाबदेही की सीमाः संस्थानों को प्रभावित करने वाले विशेष वर्ग या सामाजिक समूह के दायरे से बाहर तक इसकी जवाबदेही होती है।
जनता के विश्वास का स्तरः एक सेवा की विश्वसनीयता, नेतृत्व या जवाबदेही पर लोग कितना भरोसा करते हैं।
सहभागितापूर्ण लोकतंत्र सार्वजनिक सेवाओं का ढाँचा, कार्यान्वयन और स्थिरता में सुधार ला सकता है और जनता के विश्वास को बढ़ा सकता है।