भावनात्मक बुद्धिमत्ता (Emotional Intelligence), बौद्धिक गुणक (Intelligence Quotient) की तुलना में अधिक मायने क्यों रखती है? क्या प्रशासन में भावनात्मक बुद्धिमत्ता की आवश्यकता है?
उत्तर :
उत्तर की रूपरेखा:
- भावनात्मक बुद्धिमत्ता और बौद्धिक गुणक का अर्थ
- भावनात्मक बुद्धिमत्ता और बौद्धिक गुणक की तुलना
- प्रशासन में भावनात्मक बुद्धिमत्ता का महत्त्व
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अपनी भावनाओं को परिस्थिति के अनुसार नियंत्रित व निर्देशित कर, पारस्परिक संबंधों का विवेकानुसार और सामंजस्यपूर्ण तरीके से प्रबंधन करने की क्षमता भावनात्मक बुद्धिमत्ता (Emotional Intelligence) कहलाती है। यह मूल रूप से अपनी भावनाओं को पहचानने और प्रबंधित करने तथा दूसरे के मनोभावों को समझकर उन पर नियंत्रण करने की क्षमता है। बौद्धिक गुणक या इंटेलिजेंस कोशेंट (Intelligence quotient) कई अलग-अलग मानकीकृत परीक्षणों से प्राप्त एक गणना है जिससे बुद्धि का आकलन किया जाता है।
भावनात्मक बुद्धिमत्ता और बौद्धिक गुणक की तुलना-
- एक अच्छी बौद्धिक गुणक वाला व्यक्ति अच्छी सफलता प्राप्त कर सकता है लेकिन तरक्की पाने के लिए भावनात्मक समझ का होना भी ज़रूरी है। अच्छी भावनात्मक समझ रखने वाला व्यक्ति कभी भी क्रोध और खुशी के अतिरेक में आकर अनुचित कदम नही उठाता है।
- बौद्धिक गुणक व्यक्ति को सिर्फ परीक्षा में अच्छे अंक दिलाता है, लेकिन भावनात्मक बुद्धिमत्ता व्यक्ति को जीवन की परीक्षा में सफलता दिलाती है। जिनकी भावनात्मक बुद्धिमत्ता ज़्यादा होती है, वे बदलते पर्यावरण के साथ जल्दी व्यवस्थित हो जाते हैं और इसलिये उनकी सफलता की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं।
- भावनात्मक बुद्धिमत्ता वाले लोग सिर्फ तथ्य नहीं देखते बल्कि उसके साथ भावनाओं से भी काम लेते हैं। उन्हें यह पता होता है कि हर कोई अलग है इसलिये उस अंतर को ध्यान में रखते हुए वे सबसे एक सा व्यवहार नहीं करते। वे अपनी भावनाओं के साथ-साथ दूसरों की भावनाओं का भी कद्र करते हैं। ऐसे लोग संचार-कौशल में अच्छे होते हैं और अच्छे अधिकारी बन सकते हैं।
- भावनात्मक बुद्धिमत्ता और बौद्धिक गुणक के बारे में सबसे पहले गोलमेन ने बताया था। उनका कहना था कि जीवन में 20 प्रतिशत सफलता बौद्धिक गुणक से मिलती है, जबकि 80 प्रतिशत सफलता भावनात्मक बुद्धिमत्ता के कारण मिलती है।
प्रशासन में भावनात्मक बुद्धिमत्ता की आवश्यकता
भावनात्मक बुद्धिमत्ता वाले व्यक्ति दूसरों की भावनाओं को सुनकर उन लोगों के साथ सहानुभूति व्यक्त करते हैं। अपनी गलतियों को स्वीकार करते हैं और उनसे सीख लेते हैं। नए विचारों और जानकारी के साथ सहज समायोजित हो जाते हैं। असहमति को आसानी से हल करते हैं। दूसरों की तुलना में अधिक उत्पादक होते हैं।