आप एक सिविल सेवक हैं। आपको नदी जोड़ो परियोजना की संभावनाओं का पता लगाने के लिये जाँच समिति में एक सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है। संभावनाओं के सर्वेक्षण के दौरान पता चलता है कि इससे न केवल एक मुख्यधारा से दूर विशाल जनजातीय समूह प्रभावित होगा, बल्कि साथ ही यह एक नेशनल पार्क घोषित क्षेत्र के बड़े भाग को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करेगा। जाँच समिति को आप अपने विचारों से अवगत कराते हैं किंतु आपके विचारों को महत्त्व न देते हुए समिति के अन्य सदस्य आप पर उनके विचारों का समर्थन करने का दबाव डालते हैं। इसके अलावा वे आपको आर्थिक लाभ पहुँचाने की बात भी कहते हैं। जब आप जाँच की वास्तविकता का पता संबंधित मंत्री को बताने का फैसला करते हैं तो आपको पता चलता है कि यह मंत्री के इशारे पर ही हो रहा है क्योंकि इससे उन्हें अनुचित लाभ प्राप्त होने की संभावना है। (a)इसमें कौन-कौन से नैतिक मुद्दे शामिल हैं ? (b) आपकी कार्रवाई क्या होगी और क्यों?
उत्तर :
दी गई केस स्टडी में निम्नलिखित नैतिक मुद्दे शामिल हैं:
- विकास बनाम पर्यावरणीय नैतिकताः नदी जोड़ो परियोजना का उद्देश्य कल्याण को बढ़ावा देना है। इसके अंतर्गत सरप्लस जल वाली नदियों के पानी को कम या न्यून जल वाली नदियों में स्थानांतरित किया जाएगा, किंतु यह पर्यावरणीय नैतिकता के विरुद्ध है। इससे जैव विविधता के संरक्षण को हानि पहुँच रही है, जो न केवल वहाँ के जीवित वन्य जीवों के लिये अपितु पर्यावरणीय अवकर्षण को बढ़ावा देगा।
- विकास बनाम जनजातीय समूहों के अधिकारः यद्यपि नदियों को जोड़ने से विकास को बढ़ावा मिलेगा किंतु किसी एक वर्ग के अधिकारों की कीमत पर दूसरे लोगों को लाभ पहुँचना नैतिक नहीं कहा जा सकता है।
- विविधता का सम्मान करना नैतिक दृष्टि से उत्कृष्ट है। चूँकि जनजातीय समूह अभी भी समाज की मुख्यधारा से अलग हैं उनकी अपनी संस्कृति और मूल्य हैं। वे इस विकास की प्रक्रिया से प्रभावित होंगे। अतः इसे नैतिक नहीं कहा जा सकता।
- भ्रष्टाचार का मुद्दाः वर्तमान में भ्रष्टाचार की समस्या नैतिकता में गिरावट के मुख्य कारकों में से एक है। यहाँ आर्थिक लाभ की संभावना ईमानदारी, सत्यनिष्ठा के विरुद्ध तथा पक्षपात की संभावनाओं को उत्पन्न करती है।
- अनुपालन और गवर्नेंस का मुद्दाः विकास के साथ पर्यावरणीय कानून, कल्याणवाद, सहकारिता, नागरिक अधिकार आदि मुद्दे जुड़े हैं। इनके बिना गुड गवर्नेंस और एथिकल गवर्नेंस की प्राप्ति संभव नहीं है।
(b) आपकी कार्रवाई क्या होगी और क्यों?
- चूँकि यह एक अत्यंत संवेदनशील मुद्दा है, जिसमें अनेक वर्गों के हित जुड़े हैं। अतः मेरी कार्रवाई निम्न प्रकार होगीः
- मैं सर्वप्रथम किसी भी आर्थिक लाभ की संभावना को समाप्त करते हुए अपने मत पर डटा रहूंगा।
- इसके बाद मैं अनुनय का प्रयोग करते हुए उनके मत को परिवर्तित करने की कोशिश करूंगा।
- फिर भी यदि वह परियोजना के संबंध में अनुमति देते हैं तौ मैं अन्य विकल्पों पर कार्यवाही करूंगा।
- मैं संबंधित सर्वेक्षणों के वास्तविक डाटा को राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण और अनुसूचित जनजातीय
- कमीशन को अप्रत्यक्ष रूप से प्रेषित करने का प्रयास करूंगा, ताकि वास्तविक तथ्यों पर कार्रवाई हो सके।