गोल्डन राइस विटामिनों के कारण होने वाली बीमारियों के बचाव हेतु ‘बेहतर क्षमता’ रखता है परंतु इसकी चुनौतियाँ क्षमताओं से वृहद् है। चर्चा करें।
उत्तर :
उत्तर की रूपरेखा:
- गोल्डन राइस का संक्षिप्त परिचय देते हुए उत्तर प्रारंभ करें।
- गोल्डन राइस के क्या-क्या लाभ हैं?
- गोल्डन राइस के नकारात्मक पक्ष। अंत में समतामूलक निष्कर्ष दें।
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‘गोल्डन राइस’ एक जीन संवर्द्धित फसल है, जो विटामिन-A (बीटा कैरोटीन) की विशेष रूप से आपूर्ति करता है। विकासशील देशों में विटामिन-A की कमी के कारण बढ़ते रोगों से तीव्रता से निपटने के लिये गोल्डन राइस का विकास किया गया है।
गोल्डन राइस के निम्नलिखित लाभ हैं:
- यह भोजन में विटामिन A की कमी को दूर करने का एक प्रभावी माध्यम है, जिससे दृष्टिहीनता, कैंसर आदि रोगों से बचा जा सकता है।
- यह निम्न वसा और निम्न सोडियम आधारित खाद्य है, अतः यह उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल की समस्या को सीमित करता है।
- यह जठर संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है।
- यद्यपि गोल्डन राइस के स्वास्थ्य से संबंधित अनेक लाभ हैं, तथापि इसके कुछ नकारात्मक पक्ष भी हैं, जिन्हें निम्नलिखित रूप से समझा जा सकता हैः
- गोल्डन राइस परंपरागत जैविक चावल की किस्मों को प्रतिस्थापित करके पर्यावरण और कृषकों की आजीविका को खतरे में डाल सकता है।
- गोल्डन राइस से भोजन की वैविध्यता समाप्त हो सकती है, क्योंकि यह केवल चावल आधारित डाइट को ही प्रोत्साहन देता है।
- गोल्डन राइस से खाद्य सुरक्षा अभी तक सुनिश्चित नहीं है।
- गोल्डन राइस के विकास और प्रचार में करोड़ों रुपए खर्च किये जा चुके हैं। यह राशि विटामिन-A की समस्या के समाधान हेतु धारणीय समाधान की खोज में खर्च की जा सकती थी।
- स्थानीय समुदाय भी गोल्डन राइस का विरोध कर रहे हैं।
- विटामिन A की कमी को दूर करने के लिये गोल्डन राइस जैसी जीएम फसल की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि विटामिन A से समृद्ध मकई और शकरकंद पहले से उपलब्ध है।
- यद्यपि ग्रीनपीस जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने जीएम गोल्डन राइस का तीव्र विरोध किया है, तथापि बिल एंड मिलिण्डा गेट्स फाउण्डेशन ने जीएम फसलों के पक्ष में अभिव्यक्ति दी है। हाल ही में 106 नोबल पुरस्कार विजेताओं ने जीएम फसलों, विशेषतः गोल्डन राइस के पक्ष में अपील की है।