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आप एक ऐसे राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) हैं जो बूथ कैप्चरिंग, चुनाव में धमकी और हिंसा सहित चुनावी कदाचार की परंपरा से ग्रस्त है। यहाँ पर लोकसभा के लिये हो रहे आम चुनावों में बूथ कैप्चरिंग की व्यापक घटनाएँ सामने आई हैं, जिससे चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर गहरा असर पड़ रहा है।
मतदान के तीसरे दिन, स्थिति अभूतपूर्व होने से राज्य भर के कई निर्वाचन क्षेत्रों से मतदाताओं एवं चुनाव अधिकारियों को डराने-धमकाने की रिपोर्टें सामने आईं। इसके अतिरिक्त, प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक गुटों के बीच झड़पों सहित हिंसा की घटनाओं ने तनाव को और बढ़ा दिया।
कदाचार की व्यापक घटनाओं से चुनाव प्रणाली में लोगों के विश्वास में कमी आने के साथ मतदाताओं में चुनाव प्रणाली के संदर्भ में मोहभंग हो गया।
CEO के रूप में आपको इस संकट से निपटने तथा लोकतांत्रिक प्रक्रिया की शुचिता सुनिश्चित करने के लिये त्वरित एवं निर्णायक कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
प्रश्न:
- इस मामले में शामिल हितधारक कौन हैं?
- इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, चल रही बूथ कैप्चरिंग की घटनाओं से निपटने तथा प्रभावित निर्वाचन क्षेत्रों में सुचारु व्यवस्था बहाल करने के लिये अपनी तात्कालिक रणनीति की रूपरेखा तैयार कीजिये।
- एक बार तात्कालिक संकट का समाधान हो जाने के बाद, आप राज्य में चुनावी ढाँचे में सुधार हेतु कौन से दीर्घकालिक संरचनात्मक सुधारों की सिफारिश करेंगे?