कुल प्रश्नों की संख्या : 1
-
आप एक ऐसे ग्रामीण बाहुल्य ज़िले के ज़िला मजिस्ट्रेट (डीएम) हैं जिसे अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा पारंपरिक प्रथाओं के लिये जाना जाता है। इस ज़िले में विभिन्न जातीय समुदाय एवं जनजातियाँ रहती हैं, जिनमें से प्रत्येक के अपने अलग-अलग रीति-रिवाज़ और मान्यताएँ हैं। ज़िला प्रशासन आधुनिकीकरण एवं विकास की आवश्यकता के साथ इन परंपराओं के संरक्षण को संतुलित करने हेतु प्रतिबद्ध है।
हाल ही में सरकार के नेतृत्व वाली एक विकास परियोजना तथा आदिवासी समुदाय की पारंपरिक प्रथाओं के बीच संघर्ष पैदा हो गया। इस परियोजना में जनजातियों के वन क्षेत्र (जिसे वे अपनी सांस्कृतिक प्रथाओं के लिये पवित्र और आवश्यक मानते हैं) से होते हुए एक सड़क का निर्माण करना शामिल है। संबंधित समुदाय इस परियोजना का विरोध कररने के साथ पक्ष रखता है कि इससे न केवल उनकी जीवनशैली बाधित होगी बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान होगा।
डीएम के रूप में, आप विकास परियोजना (जो क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी तथा आर्थिक विकास हेतु समर्पित है) के क्रियान्वयन तथा आदिवासी समुदाय की सांस्कृतिक विरासत एवं अधिकारों की रक्षा करने की नैतिक जिम्मेदारी के संदर्भ में दुविधा वाली स्थिति में हैं। स्थानीय प्रशासन के समक्ष इसमें गति लाने के लिये उच्च अधिकारियों का दबाव बना हुआ है।
इस परिदृश्य में डीएम के रूप में अपने समक्ष आने वाली नैतिक दुविधाओं पर चर्चा करते हुए लोक प्रशासन में लोक सेवा मूल्यों तथा नैतिकता को बनाए रखते हुए इस संघर्ष को हल करने के क्रम में अपने द्वारा उठाए जाने वाले कदमों की रूपरेखा बताइये।
सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़