कुल प्रश्नों की संख्या : 1
-
विधानसभा का एक सदस्य (MLA), जो विभिन्न मुद्दों पर अपने सैद्धांतिक रुख के साथ अपनी राजनीतिक पार्टी के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के लिये जाना जाता है, ने दूसरी पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है। वह वैचारिक मतभेदों एवं अपने मतदाताओं को बेहतर सेवा देने की आवश्यकता का हवाला देकर अपने फैसले को सही ठहराता है। हालाँकि उसके इस निर्णय के अवसरवादी होने तथा पार्टी के सदस्यों के साथ विश्वासघात करने के रूप में आलोचना की जाती है। मुख्यमंत्री (जो सत्तारूढ़ दल से हैं) का आरोप है कि पद एवं वित्तीय प्रोत्साहन के बदले में अनैतिक तरीकों से यह दल-बदल किया गया है।
एक महत्त्वाकांक्षी सिविल सेवक के रूप में, राजनीतिक दल-बदल के नैतिक निहितार्थों का विश्लेषण कीजिये। अपनी वैचारिक मान्यताओं, पार्टी के प्रति वफादारी एवं ज़िम्मेदारियों को संतुलित करने के क्रम में सांसदों के समक्ष आने वाली चुनौतियों पर चर्चा कीजिये। लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ शासन में सत्यनिष्ठा बनाए रखते हुए राजनीतिक दल-बदल के मुद्दे के समाधान हेतु उपाय बताइये। (300 शब्द)
सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़