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Q. एक आईएएस अधिकारी श्री शर्मा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत हैं। वह सरोगेसी पर एक नीतिगत मसौदा तैयार करने के लिये ज़िम्मेदार हैं, जिसका उद्देश्य सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (ART) को विनियमित करने तथा सरोगेट माताओं, इच्छित माता-पिता एवं सरोगेसी के माध्यम से पैदा हुए बच्चों के अधिकारों एवं हितों की रक्षा करना है।
श्री शर्मा का विवाह श्रीमती शर्मा से हुआ है, जो एक सफल अधिवक्ता होने के साथ एक प्रतिष्ठित लॉ फर्म में भागीदार हैं। वे पिछले 10 साल से बच्चा पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कुछ मेडिकल कारणों से वह असफल रहे हैं। उन्होंने बच्चा गोद लेने के विकल्प पर भी विचार किया है, लेकिन इस प्रक्रिया में उन्हें कई बाधाओं और विलंब का सामना करना पड़ा है।
एक दिन श्रीमती शर्मा ने श्री शर्मा को सूचित किया कि उन्हें एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक सरोगेट माँ मिल गई है, जो उचित राशि के बदले उनके बच्चे को जन्म देने के लिये तैयार है। वह यह भी बताती हैं कि उन्होंने अपनी कानूनी फर्म से परामर्श किया है तथा उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे सरोगेसी हेतु कानूनी औपचारिकताओं एवं कागजी कार्रवाई को पूरा कर सकते हैं। वह श्री शर्मा से इस विकल्प पर सहमत होने का आग्रह करती हैं क्योंकि बच्चा पैदा करने का यह उनका आखिरी मौका है। हालाँकि वर्तमान कानून व्यावसायिक सरोगेसी पर प्रतिबंध लगाने के साथ केवल योग्य युग्लों को परोपकारी सरोगेसी की अनुमति देता है।
इस मामले में कौन से नैतिक मुद्दे शामिल हैं?
इस मामले में श्री शर्मा के पास कौन से संभावित विकल्प उपलब्ध हैं?
ऐसे में शर्मा जी को क्या करना चाहिये? अपने उत्तर के पक्ष में उपयुक्त तर्क दीजिये। (250 शब्द)
सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न