कुल प्रश्नों की संख्या : 2
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‘तीव्र आर्थिक संवृद्धि के बावजूद भारत में कई दशकों से कुपोषण एक प्रमुख सामाजिक-आर्थिक चुनौती के रूप में विद्यमान है।’ कथन के संदर्भ में भारत में कुपोषण के कारणों पर प्रकाश डालते हुए इससे निपटने हेतु कुछ सुझावों की चर्चा करें।
सामान्य अध्ययन पेपर 2 सामाजिक न्याय -
‘वर्तमान में सार्वजनिक उपक्रमों के घाटे की प्रवृत्ति के कारण इनका निजीकरण किया जाना आज विमर्श का विषय बना हुआ है।’ टिप्पणी करें।
सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था