कुल प्रश्नों की संख्या : 4
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यह इतिहास की विडम्बना ही थी कि जिस देश ने उपनिवेशवाद से लड़कर अपनी स्वतंत्रता एवं जीवनमूल्यों की स्थापना की, वही शीतयुद्धकालीन वैचारिक रुग्णता से ग्रस्त होकर उपनिवेशवाद विरोधी राष्ट्रीय स्वतंत्रता संघर्षों के खिलाफ खड़ा हो गया। विवेचना करें।
सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास -
भारत के लिये अवैध सीमा पार प्रवासन को नियंत्रित करना महत्त्वपूर्ण हो गया है क्योंकि आंतरिक राजनीतिक-सुरक्षा परिदृश्य तथा बाह्य माहौल के एक-दूसरे से जुड़े होने के कारण अवैध प्रवासन का मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति की दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण हो गया है। इस कथन के आलोक में ऐसे प्रवासन की विविध जटिलताओं तथा इनसे निपटने के लिये भारत की तैयारी पर प्रकाश डालें।
सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था -
हाल ही में सरकार द्वारा बायो फ्यूल नीति -2018 घोषित की गई। इस नीति के प्रावधानों पर चर्चा करते हुए भारत जैसे विकास शील देश में बायो फ्यूल की संभावनाओं तथा चुनौतियों पर प्रकाश डालें।
सामान्य अध्ययन पेपर 3 विज्ञान-प्रौद्योगिकी -
21वीं सदी को प्रायः सूचना क्रांति तथा उभरती सामाजिक पूंजी के युग के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। भारत और पूरे विश्व में गैर-सरकारी संगठनों तथा स्वयं सहायता समूहों की संख्या में बढ़ोतरी हुई, साथ ही सामाजिक और साम्प्रदायिक संघर्ष की समस्याएँ, संसाधनों के वितरण को लेकर होने वाले विवाद, घुसपैठ, छात्र और राजनैतिक विरोध इत्यादि घटनाएँ चरम पर हैं। (a) वे कौन-से लोक व्यवस्था संबंधी मुद्दे/परिस्थितियाँ हैं जिनके तहत संबद्ध एजेंसियों द्वारा गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद को सूचीबद्ध किया जाए? (b) राज्य का सिविल सेवा अधिकारी होने के नाते वे कौन-से संरचनात्मक तंत्र होने चाहिये ताकि उपरोक्त संगठनों/समूहों/व्यक्तियों को, ‘सार्वजनिक व्यवस्था की स्थिति’ के पहले, उसके दौरान एवं उसके बाद शामिल किया जा सकता है? उपयुक्त तर्क दें।
सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न