कुल प्रश्नों की संख्या : 5
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यदि भारत औपनिवेशिक शासन के दौर से नहीं गुजरा होता, तो भारतीय समाज ने अपनी मध्यकालीन जड़ता को तोड़कर आधुनिक काल में प्रवेश नहीं किया होता। इस कथन का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये।
सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास -
एक ऐसा देश जहाँ के अधिकांश नागरिक सरकार की नीतियों तथा कामकाज को लेकर अनभिज्ञ हैं, वहीं विभिन्न सेवाओं को आधार से जोड़ना अनिवार्य कर देना मानसिक भ्रम की स्थिति उत्पन्न करेगा। विश्लेषण कीजिये।
सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था -
तीव्र शहरीकरण अपने साथ प्रचुर मात्रा में चुनौतियाँ लाता है, ‘नया विकास एजेंडा’ इन चुनौतियों का किस प्रकार स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सामना करता है?
सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था -
हाल के वर्षों में न्यायपालिका की नैतिकता में गिरावट देखने को मिली है। इसमें कौन-कौन से नैतिक मुद्दे शामिल हैं? एक न्यायाधीश में किन नैतिक मूल्यों का होना आवश्यक है? सर्वोच्च न्यायालय द्वारा न्यायाधीशों के संबंध में जारी आचरण संबंधी गाइडलाइन की पर्याप्तता का मूल्यांकन कीजिये।
सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
हाल के वर्षों में न्यायपालिका की नैतिकता में गिरावट देखने को मिली है। इसमें कौन-कौन से नैतिक मुद्दे शामिल हैं? एक न्यायाधीश में किन नैतिक मूल्यों का होना आवश्यक है? सर्वोच्च न्यायालय द्वारा न्यायाधीशों के संबंध में जारी आचरण संबंधी गाइडलाइन की पर्याप्तता का मूल्यांकन कीजिये।
सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न