कुल प्रश्नों की संख्या : 4
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19वीं सदी के सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलनों की स्वरूपगत विशेषताओं की चर्चा करते हुए बताइये कि ये मध्यकालीन सुधार आंदोलनों से किस तरह भिन्न थे?
सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास -
"सामाजिक पिछड़ापन एक अलग अवधारणा है, यह सामाजिक एवं सांस्कृतिक से लेकर आर्थिक, शैक्षणिक और यहाँ तक कि राजनीतिक आदि कई परिस्थितियों से उभरता है।” संवैधानिक प्रावधानों के विशेष संदर्भ में आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के संबंध में इस कथन की विवेचना कीजिये।
सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था -
"महानगर से लेकर ग्रामीण एवं तटीय क्षेत्रों में बाढ़ आपदा प्रबंधन पर सवाल उठाती है। यद्यपि बाढ़ प्राकृतिक आपदा है, परंतु मानव इसे अधिक भयावह बना देता है,” स्पष्ट करें तथा भारत में बाढ़ प्रबंधन पर संक्षिप्त चर्चा करते हुए बाढ़ से बचाव के संदर्भ में उपाय सुझाएँ।
सामान्य अध्ययन पेपर 3 आपदा प्रबंधन -
"सदैव इस प्रकार कार्य करो कि तुम भी इच्छा कर सको कि तुम्हारे कार्य का चरम सार्वभौमिक कानून हो जाए।"
सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न