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दिवस-30. नौकरशाहों के लिये सोशल मीडिया सही सूचना के साथ-साथ गलत सूचना का भी स्रोत हो सकती है। नौकरशाह यह कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं कि वे अपने कार्य हेतु विश्वसनीय और प्रासंगिक जानकारी प्राप्त करने के क्रम में सोशल मीडिया का उपयोग जिम्मेदार एवं नैतिक तरीके से करें? (150 शब्द)

19 Aug 2023 | सामान्य अध्ययन पेपर 4 | सैद्धांतिक प्रश्न

दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर

हल करने का दृष्टिकोण:

  • वर्तमान परिदृश्य में सोशल मीडिया की भूमिका का संक्षिप्त परिचय देते हुए अपना उत्तर प्रारंभ कीजिये।
  • उन तरीकों पर चर्चा कीजिये जिन्हें नौकरशाह यह सुनिश्चित करने के लिये अपना सकते हैं कि वे अपने कार्य हेतु विश्वसनीय एवं प्रासंगिक जानकारी प्राप्त करने के क्रम में सोशल मीडिया का उपयोग ज़िम्मेदार और नैतिक तरीके से करें।
  • इस बात पर ज़ोर देते हुए निष्कर्ष दीजिये कि कैसे इन रणनीतियों का पालन करने से नौकरशाहों को सोशल मीडिया के लाभों का उपयोग करने के लिये सशक्त बनाया जा सकता है।

आधुनिक डिजिटल युग में, सोशल मीडिया संचार और सूचना प्रसार के लिये एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में उभरा है। लोक प्रशासन के संरक्षक के रूप में नौकरशाह, तार्किक निर्णय लेने के लिये बहुमूल्य जानकारी प्राप्त करने के लिये सोशल मीडिया की क्षमता का उपयोग कर सकते हैं। हालाँकि सही सूचना एवं गलत सूचना दोनों के स्रोत के रूप में सोशल मीडिया का उपयोग ज़िम्मेदार और नैतिक तरीके से करने की आवश्यकता है।

नौकरशाहों को यह भी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि वे अपने कार्य के लिये विश्वसनीय एवं प्रासंगिक जानकारी तक पहुँचने के लिये ज़िम्मेदार और नैतिक तरीके से सोशल मीडिया का उपयोग करें। ऐसा करने हेतु निम्नलिखित तरीके हैं:

  • उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम 2021 का पालन करना चाहिये, जो सोशल मीडिया के उपयोग के लिये नैतिक मानकों को विनियमित करने तथा लागू करने के लिये एक रूपरेखा प्रदान करता है।
  • उन्हें अपने संबंधित संगठनों और विभागों की आचार संहिता एवं सेवा नियमों का पालन करना चाहिये, जिसमें नौकरशाहों द्वारा सोशल मीडिया के उपयोग पर विशिष्ट दिशानिर्देश तथा प्रतिबंध शामिल हो सकते हैं।
  • उन्हें सोशल मीडिया पर प्राप्त जानकारी के स्रोत और विश्वसनीयता को सत्यापित करना चाहिये तथा इसे अपने कार्य के लिये उपयोग करने से पहले अन्य आधिकारिक स्रोतों से जाँचना चाहिये। उन्हें सोशल मीडिया पर किसी भी असत्यापित या भ्रामक जानकारी को साझा करने या समर्थन करने से भी बचना चाहिये।
  • उन्हें सोशल मीडिया पर पेशेवर और सम्मानजनक भाषा बनाए रखनी चाहिये तथा किसी भी व्यक्तिगत हमले, अपमानजनक टिप्पणियों या भड़काऊ टिप्पणियों से बचना चाहिये। उन्हें अपने कार्य से संबंधित जानकारी की गोपनीयता का भी सम्मान करना चाहिये एवं उचित प्राधिकरण के बिना इसे सोशल मीडिया पर प्रकट नहीं करना चाहिये।
  • उन्हें सोशल मीडिया पर किसी भी पक्षपातपूर्ण राजनीतिक, वैचारिक पूर्वाग्रह या हितों के टकराव में शामिल होने से बचना चाहिये तथा अपने कार्य में तटस्थता, निष्पक्षता के साथ सार्वजनिक हित के मूल्यों को बनाए रखना चाहिये। उन्हें लोगों की राय या नीतिगत निर्णयों को प्रभावित करने या हेरफेर करने के लिये सोशल मीडिया का उपयोग नहीं करना चाहिये।
  • उन्हें सोशल मीडिया का उपयोग सीखने, सहयोग और नवाचार के लिये एक उपकरण के रूप में करना चाहिये न कि आधिकारिक संचार चैनलों या औपचारिक प्रक्रियाओं के विकल्प के रूप में। उन्हें सोशल मीडिया पर लोगों व हितधारकों से प्रतिक्रिया के साथ सुझाव भी मांगने चाहिये तथा समय पर एवं रचनात्मक तरीके से उनका जवाब देना चाहिये।

सोशल मीडिया नौकरशाहों के लिये विश्वसनीय और प्रासंगिक जानकारी तक पहुँचने का एक मूल्यवान उपकरण हो सकता है लेकिन उन्हें इसके लिये जिम्मेदार एवं नैतिक दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है। आलोचनात्मक सोच, तथ्य-जाँच तथा निरंतर सीखने की प्रक्रिया को अपनाकर, नौकरशाह गलत सूचनाओं से बचते हुए सोशल मीडिया का लाभ उठा सकते हैं। इससे अंततः इनकी निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ावा मिलने के साथ लोक प्रशासन में यह सकारात्मक योगदान दे सकते हैं।