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11 Aug 2023
सामान्य अध्ययन पेपर 4
केस स्टडीज़
दिवस-23. आप स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारी हैं। आपको भारत में अंग दान और प्रत्यारोपण पर एक नीति का मसौदा तैयार करने का काम सौंपा गया है। आप जानते हैं कि देश में अंगों की मांग एवं आपूर्ति के बीच बहुत बड़ा अंतर है और अंग दाताओं की कमी के कारण देश में हर साल कई लोगों की मौत हो जाती है। आप यह भी जानते हैं कि अंग दान एवं प्रत्यारोपण में विभिन्न नैतिक, कानूनी और सामाजिक मुद्दे शामिल हैं, जैसे सहमति, जबरदस्ती, शोषण, तस्करी, व्यावसायीकरण, आवंटन आदि।
एक दिन, आपको अपने मित्र का फोन आता है जो पत्रकार के रूप में काम करता है। वह आपको बताता है कि उसके पास दिल्ली के एक निजी अस्पताल में अंग तस्करी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। उसका कहना है कि उसके पास इस बात के सबूत हैं कि अस्पताल अवैध रूप से गरीब और कमज़ोर लोगों से अंग खरीदकर उन्हें अमीर एवं प्रभावशाली मरीजों को ऊंचे दामों पर बेचने के कार्य में संलग्न है। उसका यह भी कहना है कि उसे पता चला है कि अस्पताल के कुछ डॉक्टर और स्टाफ सदस्य कुछ राजनेताओं और नौकरशाहों से संबंधित हैं जो मंत्रालय में आपके सहयोगी या वरिष्ठ हैं।
वह आपसे इस रैकेट का पर्दाफाश करने और दोषियों को न्यायलय के कटघरे में लाने में मदद करने के लिए कहता है। उसका कहना है कि अंगदान और प्रत्यारोपण की जिस नीति पर आप काम कर रहे हैं, उसके संबंध में उसे आपसे कुछ गोपनीय जानकारी चाहिये। वह आपको आश्वासन देता है कि वह आपकी पहचान या स्रोत का खुलासा नहीं करेगा और वह जानकारी का उपयोग केवल सार्वजनिक हित के लिए करेगा।
इस स्थिति में आप क्या करेंगे? इसमें शामिल नैतिक मुद्दों की व्याख्या करें और अपने निर्णय को उचित ठहराइये।
उत्तर
हल करने का दृष्टिकोण:
- इस मामले पर संक्षेप में चर्चा कीजिये।
- मामले में शामिल हितधारकों और नैतिक मुद्दों पर चर्चा कीजिये।
- समस्या से निपटने के लिए संभावित कार्रवाई का उल्लेख कीजिये।
- अपनी कार्यवाही का औचित्य बताते हुए उपयुक्त निष्कर्ष लिखिये।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में, सार्वजनिक हित और कानून के शासन को बनाए रखना आपका कर्त्तव्य है। अंगदान और प्रत्यारोपण से संबंधित जिस नीति पर आप काम कर रहे हैं उसकी गोपनीयता एवं अखंडता की रक्षा करना भी आपकी ज़िम्मेदारी है। हालाँकि, एक मित्र और नागरिक के रूप में, आपका भी नैतिक दायित्व है कि आप अपने पत्रकार मित्र को निजी अस्पताल में अंग तस्करी की अवैध तथा अनैतिक प्रथाओं को उजागर करने में मदद करें।
मामले में शामिल हितधारक और नैतिक मुद्दे:
हितधारक नैतिक मुद्दे आप (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारी) व्हिसलब्लोइंग, गोपनीयता, हितों का टकराव आपका पत्रकार मित्र व्हिसलब्लोइंग,सार्वजनिक हित, पेशेवर नैतिकता मंत्रालय में आपके वरिष्ठ जवाबदेही, पारदर्शिता, सार्वजनिक हित निजी अस्पताल अंगों की तस्करी, शोषण, भ्रष्टाचार निजी अस्पताल से जुड़े नेता और नौकरशाह अंगों की तस्करी, शोषण, भ्रष्टाचार, हितों का टकराव अंग दाता (गरीब और कमज़ोर लोग) सहमति, दबाव, शोषण, मानवाधिकार अंग प्राप्तकर्त्ता (अमीर और प्रभावशाली रोगी) आवंटन, व्यावसायीकरण, मानवाधिकार आवंटन,, मानवाधिकार सामान्य जनता जागरूकता, शिक्षा, दान, जनहित प्राधिकारी (पुलिस, चिकित्सा परिषद, न्यायपालिका) जाँच, अभियोजन, न्याय, जनहित इस स्थिति में, आपको एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में अपने कर्त्तव्यों और एक मित्र तथा एक नागरिक के रूप में अपने दायित्वों को संतुलित करना होगा। आपको अपने पत्रकार मित्र को जानकारी सौंपने से होने वाले लाभ और हानि को जानकारी के गोपनीय रखने के जोखिमों तथा लागतों के स्तर पर तौलना चाहिये। आपको अपने निर्णय के कानूनी और नैतिक निहितार्थों एवं अंग दान तथा प्रत्यारोपण पर उस नीति पर इसके प्रभाव पर विचार करना चाहिये जिस पर आप काम कर रहे हैं।
संभावित कार्रवाई:
- जानकारी सत्यापित करना: इससे पहले कि आप अपने पत्रकार मित्र के साथ कोई भी जानकारी साझा करने का निर्णय लें, आपको निजी अस्पताल में अंग तस्करी रैकेट के बारे में उसके साक्ष्य और दावों की प्रामाणिकता तथा सटीकता की जांच तथा सत्यापन करना चाहिये।
- आपको यह भी जाँचना चाहिये कि क्या उसके पास कोई अन्य स्रोत या गवाह हैं जो उसके निष्कर्षों की पुष्टि कर सकें।
- आपको यह सुनिश्चित करना चाहिये कि वह अच्छे विश्वास और सार्वजनिक हित में कार्य कर रहा है, न कि व्यक्तिगत लाभ या गुप्त उद्देश्यों के लिए।
- अपने वरिष्ठों से परामर्श करना: जानकारी को सत्यापित करने के बाद, आपको स्थिति के बारे में मंत्रालय में अपने वरिष्ठों से परामर्श करना चाहिये तथा अपने पत्रकार मित्र को किसी भी जानकारी का खुलासा करने के लिए उनका मार्गदर्शन और अनुमोदन लेना चाहिये। आपको उन्हें मामले की प्रकृति और तात्कालिकता तथा अंगदान एवं प्रत्यारोपण पर जिस नीति पर आप काम कर रहे हैं, उसकी प्रासंगिकता के बारे में बताना चाहिये। आपको उन्हें अपने पत्रकार मित्र के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों और उससे उत्पन्न होने वाले किसी भी संभावित हितों के टकराव के बारे में भी सूचित करना चाहिये।
- केवल प्रासंगिक जानकारी का खुलासा करना: यदि आपको अपने पत्रकार मित्र के साथ कुछ जानकारी साझा करने के लिए अपने वरिष्ठों से अनुमति मिलती है, तो आपको केवल वही खुलासा करना चाहिये जो निजी अस्पताल में अंग तस्करी रैकेट को उजागर करने के लिए प्रासंगिक और आवश्यक है। आपको ऐसी कोई भी गोपनीय या संवेदनशील जानकारी प्रकट नहीं करनी चाहिये जो अंगदान और प्रत्यारोपण पर उस नीति से समझौता कर सकती है जिस पर आप काम कर रहे हैं या जो भारत में अंगदान तथा प्रत्यारोपण में शामिल किसी अन्य पक्ष के हितों या अधिकारों को नुकसान पहुँचा सकती है।
- आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिये कि आपका पत्रकार मित्र आपकी पहचान और स्रोत को उजागर न करे तथा आपके द्वारा उसे प्रदान की गई जानकारी का दुरुपयोग या गलत प्रस्तुति न करे।
- अधिकारियों को मामले की रिपोर्ट करना: अपने पत्रकार मित्र के साथ कुछ जानकारी साझा करने के अलावा, आपको मामले की रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को भी देनी चाहिये जो भारत में अंग तस्करी के मामलों पर जाँच और मुकदमा चलाने के लिये ज़िम्मेदार हैं। इनमें NOTTO (राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन), ROTTO (क्षेत्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन), SOTTO (राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन), पुलिस, चिकित्सा परिषद या न्यायपालिका शामिल हो सकते हैं।
- आपको उन्हें निजी अस्पताल में अंग तस्करी रैकेट के बारे में कोई सबूत या जानकारी प्रदान करनी चाहिये जो आपके पास है या जो आपने अपने पत्रकार मित्र से प्राप्त की है।
- आपको उनकी पूछताछ और अनुवर्ती कार्रवाई में भी उनका सहयोग करना चाहिये।
इस तरह की कार्रवाई करके, आप एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में अपने कर्त्तव्यों और एक मित्र तथा एक नागरिक के रूप में अपने दायित्वों को पूरा कर सकते हैं। आप जनता और कानून के शासन को बनाए रखने में भी रुचि ले सकते हैं। आप अंगदान तथा प्रत्यारोपण से संबंधित जिस नीति पर काम कर रहे हैं उसकी गोपनीयता और अखंडता की भी रक्षा कर सकते हैं। आप निजी अस्पताल में अंग तस्करी की अवैध एवं अनैतिक प्रथाओं को उजागर करने और रोकने में भी मदद कर सकते हैं। आप मुखबिरी के जोखिमों और लागतों को भी कम कर सकते हैं तथा हितों के किसी भी प्रकार के टकराव से बच सकते हैं अथवा उनका प्रबंधन कर सकते हैं।