Mains Marathon

दिवस- 16: वेब (Web) 5.0 अपने पूर्व के संस्करणों से किस प्रकार भिन्न है? डेटा स्वामित्व, पहचान और विकेंद्रीकरण के संदर्भ में Web 5.0 से संबंधित अवसरों और चुनौतियों की चर्चा कीजिये। (250 शब्द)

03 Aug 2023 | सामान्य अध्ययन पेपर 3 | विज्ञान-प्रौद्योगिकी

दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर

हल करने का दृष्टिकोण:

  • वेब (Web) 5.0 एवं पूर्व के संस्करणों से इसकी भिन्नता को बताते हुए अपने उत्तर की शुरुआत कीजिये।
  • डेटा स्वामित्व, पहचान और विकेंद्रीकरण के संदर्भ में वेब 5.0 से संबंधित अवसरों और चुनौतियों की व्याख्या कीजिये।
  • वेब 5.0 से संबंधित मुद्दों से निपटने के लिये आगे की राह बताइये।
  • उचित निष्कर्ष दीजिये।

उत्तर:वेब 5.0 नवीनतम एवं विकेंद्रीकृत वेब प्लेटफॉर्म है जिसे ट्विटर के पूर्व CEO जैक डोरसी की बिटकॉइन बिज़नेस यूनिट, द ब्लॉक हेड (TBH) द्वारा विकसित किया जा रहा है। वेब 5.0 का लक्ष्य वेब 2.0 और वेब 3.0 की विशेषताओं को समाहित करते हुए इंटरनेट की क्षमताओं को विस्तारित करना है।

वेब 2.0 एक ऐसा सामाजिक वेब है जो उपयोगकर्ताओं को सामग्री बनाने और साझा करने की अनुमति देता है, जबकि वेब 3.0 विकेंद्रीकृत वेब है जो उपयोगकर्ताओं को मध्यस्थों के बिना इसके समन्वय (पढ़ने-लिखने-निष्पादित करने) के साथ ब्लॉकचेन तकनीक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं मशीन लर्निंग का लाभ उठाने में सक्षम बनाता है।

वेब 5.0 का उद्देश्य वेब में भावनात्मक बुद्धिमत्ता को शामिल करने के साथ उपयोगकर्ताओं को अपने डेटा एवं ऑनलाइन कंटेंट पर अधिक नियंत्रण और स्वामित्व प्रदान करना है।

  • वेब 5.0 [इंटेलिजेंट/इमोशनल (सिम्बायोटिक) वेब] का उद्देश्य "एक अतिरिक्त विकेंद्रीकरण वेब का निर्माण करना है जिससे कोई अपने डेटा और पहचान पर नियंत्रण कर सकता है"।
  • वेब 2.0 और वेब 3.0 के समन्वय वाला वेब 5.0 उपयोगकर्ताओं को 'इंटरनेट पर अपनी पहचान और डेटा को नियंत्रित करने' की अनुमति प्रदान करने पर केंद्रित है।
  • वेब 3.0 और वेब 5.0 दोनों में ही एक ऐसे इंटरनेट की कल्पना की गई है जिसमें सरकारों या बड़ी प्रौद्योगिकी से सेंसरशिप का खतरा न हो।

डेटा स्वामित्व, पहचान और विकेंद्रीकरण के संदर्भ में वेब 5.0 से संबंधित कुछ संभावित लाभ और चुनौतियाँ हैं:

संभावित लाभ:

  • उपयोगकर्ता अपने डेटा को विकेंद्रीकृत ब्लॉकचेन पर संग्रहीत करके या मुद्रीकरण और विज्ञापन के लिये विक्रेताओं को बेचकर अधिक गोपनीयता एवं सुरक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
  • विकेंद्रीकृत वेब नोड्स और एप्लीकेशन के माध्यम से अपनी पहचान तथा क्रेडेंशियल्स को सत्यापित करके उपयोगकर्ता अधिक प्रामाणिकता एवं विश्वास प्राप्त कर सकते हैं।
  • उपयोगकर्ता भावनात्मक बुद्धिमता वाले वेब एजेंटों और प्लेटफॉर्मों के साथ समन्वय से अधिक जुड़ाव प्राप्त कर सकते हैं, वे इनकी प्राथमिकताओं एवं भावनाओं को समझ सकते हैं तथा आदतों के आधार पर उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं का अनुमान लगा सकते हैं।
  • सिम्बायोटिक वेब प्रोग्राम भावनात्मक और बौद्धिक, दोनों ही रूप से अधिक जटिल स्तर पर साक्ष्यों की व्याख्या करने में सक्षम होंगे।

संभावित चुनौतियाँ:

  • उपयोगकर्ताओं को अपने डेटा के उपयोग और स्वामित्व के संबंध में नैतिक तथा कानूनी मुद्दों का सामना करना (खासकर जब इसमें संवेदनशील या व्यक्तिगत जानकारी शामिल हो) पड़ सकता है।
  • उपयोगकर्ताओं को विकेंद्रीकृत वेब पर अपने डेटा तक पहुँचने और प्रबंधित करने में तकनीकी तथा परिचालन कठिनाइयों का सामना करना (खासकर जब नेटवर्क विफलता या साइबर हमले होते हैं) पड़ सकता है।
  • उपयोगकर्ता, वेब एजेंटों और प्लेटफॉर्मों के साथ भावनात्मक संबंध से इसके आदी होने के साथ अलगाव या हेर-फेर जैसे सामाजिक एवं मनोवैज्ञानिक प्रभावों का अनुभव कर सकते हैं।

वेब 5.0 से संबंधित मुद्दों से निपटने हेतु आगे की राह:

  • उपयोगकर्ताओं को वेब पर अपने डेटा और पहचान से संबंधित अपने अधिकारों तथा ज़िम्मेदारियों के बारे में जागरूक होना चाहिये, साथ ही वेब प्रदाताओं तथा प्लेटफॉर्मों द्वारा पारदर्शिता दिखानी चाहिये।
  • उपयोगकर्ताओं को विकेंद्रीकृत वेब का उपयोग करने हेतु आवश्यक कौशल और उपकरण प्राप्त होने के साथ विश्वसनीय स्रोतों से समर्थन तथा मार्गदर्शन प्राप्त करने का अवसर मिलना चाहिये।
  • उपयोगकर्ताओं को भावनात्मक वेब से जुड़ते समय अपने कल्याण और संतुलन के प्रति सचेत रहना चाहिये तथा अन्य लोगों एवं वेब एजेंटों के साथ स्वस्थ तथा सार्थक समन्वय स्थापित करना चाहिये।

वेब 5.0 एक उभरती अवधारणा है जो भावनात्मक बुद्धिमत्ता को शामिल कर इंटरनेट में क्रांति लाने पर केंद्रित है। हालाँकि डेटा स्वामित्व, पहचान और विकेंद्रीकरण के संदर्भ में इससे कुछ चुनौतियाँ भी उत्पन्न होती हैं जिनको सावधानी पूर्वक हल करने की आवश्यकता है। उपयोगकर्ताओं को वेब 5.0 को अपनाने में सक्रियता तथा ज़िम्मेदारी के साथ इसके निहितार्थों के प्रति सतर्क और आलोचक भी होना चाहिये।