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19 Aug 2022
सामान्य अध्ययन पेपर 2
अंतर्राष्ट्रीय संबंध
दिवस 40: दुनिया के विभिन्न देशों के साथ संबंधों को मज़बूत करने में प्रवासी भारतीयों की अहम भूमिका रही है। इस संदर्भ में अफ्रीका के देशों के साथ संबंधों में गहराई विकसित करने में भारतीय डायस्पोरा के महत्त्व पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
उत्तर
हल करने का दृष्टिकोण:
- अपने उत्तर की शुरुआत भारतीय डायस्पोरा के बारे में एक संक्षिप्त परिचय देकर कीजिये।
- अफ्रीका के देशों के साथ संबंधों को मज़बूत करने में भारतीय डायस्पोरा के महत्त्व पर चर्चा कीजिये।
- निष्पक्ष निष्कर्ष दीजिये।
वैश्विक प्रवास रिपोर्ट 2020 के अनुसार, भारत के 17.5 मिलियन (1 करोड़ 75 लाख) प्रवासी दुनिया के विभिन्न देशों में रह रहे हैं। विदेशों में रह रहे इन प्रवासियों द्वारा प्रेषित धन (Remittance) प्राप्त करने के मामले में भारत (78.6 बिलियन डॉलर) विश्व में पहले स्थान पर है।
लगभग 18 मिलियन भारतीय डायस्पोरा उन देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जहाँ उनकी उपस्थिति है। वे भारत की सॉफ्ट पावर कूटनीति के लिये सबसे महत्त्वपूर्ण उपकरण हैं। प्रवासी भारतीय हमारे अनौपचारिक राजदूत के रूप में कार्य करते हैं।
अफ्रीका में भारतीय डायसपोरा की संख्या 2.6 मिलियन के आसपास है तथा यह अफ्रीका के 46 देशों में फैला हुआ है। यह विश्व में कुल भारतीय डायसपोरा का लगभग 12 प्रतिशत है। भारतीय मूल के व्यक्तियों (PIO) का सबसे अधिक संकेंद्रण दक्षिण अफ्रीका, मॉरीशस, रियूनियन द्वीपसमूह, केन्या, तंजानिया और मोजांबिक में है, परंतु पश्चिम एवं उत्तरी अफ्रीका के भागों में भी भारतीय मूल के व्यक्तियों एवं प्रवासी भारतीयों (NRI) की उपस्थिति उल्लेखनीय हो रही है।
अफ्रीका के देशों के साथ संबंधों को मज़बूत करने में भारतीय डायस्पोरा का महत्त्व:
- रोज़गार के अवसर:
- स्वतंत्रता के बाद मध्य पूर्व, उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप अत्यधिक कुशल भारतीय प्रवासियों के लिये पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरे हैं। हालाँकि अफ्रीका में मौजूदा अवसर अभी भी बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों को आकर्षित नहीं करते हैं। अधिकांश नए अप्रवासी अस्थायी वर्क परमिट पर वहाँ जाते हैं और स्थायी नागरिकता नहीं चाहते हैं। कुछ समय वहाँ काम करने के बाद वे पश्चिमी देशों में अवसर तलाशते हैं और मौका मिलते ही इन देशों से पलायन कर जाते हैं।
- इस प्रकार अफ्रीका में अधिकांश भारतीय समुदायों के पास उनके स्वीकार किये गये देश की नागरिकता है और उनमें से कई ने महत्त्वपूर्ण पदों को प्राप्त किया है। वे भारत-अफ्रीका संबंधों को मज़बूत करने में महत्त्वपूर्ण हो सकते हैं।
- पर्यटन:
- वैश्वीकरण के इस युग में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक एक देश के अस्थायी राजदूत हैं, इसके अलावा यह आय का स्रोत भी है।
- पर्यटन को बढ़ावा देना, उद्योग और सरकारों के लिये एक उच्च प्राथमिकता होनी चाहिये।
- अफ्रीकी देशों मॉरीशस, दक्षिण अफ्रीका, पूर्वी अफ्रीकी देशों का चयन करने के लिये भारतीय पर्यटकों की संख्या हालाँकि धीरे-धीरे बढ़ रही है। भारत भी बड़ी संख्या में अफ्रीकी पर्यटकों का स्वागत करने की स्थिति में है।
- एक सुसंगत रणनीति की आवश्यकता है जो नए नागरिक उड्डयन लिंक, नवीन पर्यटन पैकेज और मानसिकता में बदलाव पर ध्यान केंद्रित करे। दोनों पक्षों को यह महसूस करना चाहिये कि उनके देशों के पास आकर्षक पर्यटन स्थलों के रूप में देने के लिये बहुत कुछ है।
- संस्कृति:
- दो लोगों को एक साथ लाने के साधन के रूप में कला और संस्कृति की भूमिका का दायरा और प्रभाव तेज़ी से बढ़ रहा है। भारतीय फिल्में, कला, नृत्य, संगीत, साहित्य और शिल्प अफ्रीका के लगभग सभी भागों में पहुँच चुके हैं।
- भारत के शिल्प, वेशभूषा और व्यंजनों ने कई अफ्रीकी देशों में गहरा प्रभाव छोड़ा है। अफ्रीकी प्रभावों के विपरीत प्रवाह को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिये।