दिवस 47: "सत्यनिष्ठा" क्या है और यह भारत की सिविल सेवाओं से कैसे संबंधित है। (150 शब्द)
26 Aug 2022 | सामान्य अध्ययन पेपर 4 | सैद्धांतिक प्रश्न
हल करने का दृष्टिकोण:
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सत्यनिष्ठा से तात्पर्य किसी चीज के संपूर्ण रूप से जुड़े होने और आंतरिक सुसंगति से है। सत्यनिष्ठा के अंतर्गत नैतिक सिद्धांतों के बीच में आंतरिक सुसंगति और नैतिक सिद्धांतों तथा व्यवहार में सुसंगति दोनों आते हैं। सत्यनिष्ठा संपन्न व्यक्ति का आचरण लगभग हर स्थिति में उसके नैतिक सिद्धांतों के अनुरूप होना चाहिये।
सिविल सेवाओं में सत्यनिष्ठा की प्रासंगिकता:
शासन की एक कुशल और प्रभावी प्रणाली तथा सामाजिक-आर्थिक विकास के लिये शासन में ईमानदारी और सत्यनिष्ठा महत्त्वपूर्ण आवश्यकताएँ हैं। इस प्रकार यह समय की तत्काल आवश्यकता है कि न केवल लोक सेवक को बल्कि संपूर्ण समाज अपने दैनिक जीवन में ऐसे मूल्यों को अपनाना चाहिये।