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  • 16 Aug 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    दिवस 37: सहानुभूति से आपका क्या मतलब है? चर्चा कीजिये कि यह वर्तमान में सिविल सेवकों की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता कैसे है? (150 शब्द)

    उत्तर

    हल करनेका दृष्टिकोण

    • सहानुभूति शब्द को परिभाषित करके उत्तर की शुरुआत कीजिये।
    • सिविल सेवकों के लिये सहानुभूति के महत्त्व का उल्लेख कीजिये।
    • उपयुक्त रूप से निष्कर्ष निकालिये।
    • सहानुभूति की निश्चित परिभाषा देना संभव नहीं है क्योंकि विभिन्न मनोवैज्ञानिकों ने इसे अलग-अलग स्तर पर परिभाषित किया है। इसकी एक सामान्य परिभाषा यह हो सकती है कि “किसी व्यक्ति में किसी अन्य व्यक्ति, अन्य प्राणी, या किसी काल्पनिक चरित्र की मनःस्थिति को सटीक रूप में समझने की क्षमता सहानुभूति कहलाती है।”
    • कुछ अन्य मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि सहानुभूति सिर्फ दूसरों की मनःस्थिति को समझने तक ही सीमित नहीं है बल्कि उन्हीं भावनाओं को उस स्तर पर महसूस करने का नाम है जिस स्तर पर उन भावनाओं को मूल व्यक्ति ने महसूस किया था। इसका चरम रूप वहाँ दिखाई देता है जहाँ व्यक्ति की चेतना में ‘स्व’ तथा ‘पर’ का अंतर मिटने लगता है।
    • सहानुभूति के प्रकार: सहानुभूति को ‘संज्ञानात्मक सहानुभूति’ तथा ‘भावनात्मक सहानुभूति’ में बाँटा गया है। संज्ञानात्मक सहानुभूति को पुनः ‘परिप्रेक्ष्य ग्रहण’ तथा ‘कल्पना’ में विभाजित किया गया है। परिप्रेक्ष्य ग्रहण किसी अन्य व्यक्ति के व्यवहार को समझने की क्षमता है, जबकि कल्पना किसी काल्पनिक चरित्र की परिस्थितियों को समझने की क्षमता है। भावनात्मक सहानुभूति को भी दो भागों यथा- ‘सहानुभूतिक चिंता’ और ‘सहानुभूतिक तनाव’ में बाँटा जाता है। सहानुभूतिक चिंता में व्यक्ति की भावनाएँ उत्तेजित होती हैं। वह चाहने लगता है कि पीड़ित व्यक्ति की स्थिति में सुधार हो और अगर वह किसी तरह का सहयोग करने की स्थिति में होता है तो पीड़ित व्यक्ति को सहयोग भी करता है। सहानुभूतिक तनाव में तीव्रता का स्तर और भी अधिक होता है। यह तीव्रता इतनी अधिक होती है कि व्यक्ति का सामान्य जीवन-यापन भी कठिन हो जाता है। सहानुभूतिक तनाव के लाभ कम और हानियाँ ज़्यादा हैं।

    सिविल सेवकों के लिये सहानुभूति का महत्व:

    • सहानुभूति व्यक्ति को अधिक धैर्यवान बनाती है तथा उसके स्वभाव को अधिक उदार बनाती है। उदाहरणस्वरूप-जब कोई अधिकारी निरीक्षण का कार्य कर रहा होता है तो किसी निष्कर्ष पर पहुँचने से पूर्व उसे लोगों की समस्याओं को सुनकर उन्हें समझने की आवश्यकता होती है।
    • एक विविधतापूर्ण देश में जहाँ बहुत से लोग गरीबी से जूझ रहे हैं वहाँ सहानुभूति सिविल सेवकों को समर्पण के साथ कार्य करने में सक्षम बनाती है। उदाहरण के रूप में आई.ए.एस. अधिकारी आर्मस्ट्रांग पाम ने सरकारी सहायता के बिना सोशल मीडिया की सहायता से 40 लाख रुपए जुटाए। ऐसा उन्होंने उन लोगों के प्रति सहानुभूतिवश किया जिनके गाँव तक जाने के लिये कोई सड़क संपर्क नहीं था।
    • सहानुभूति दूसरों के लिये फिक्र और चिंता की भावना से संबंधित है, यही कारण है कि यह सिविल सेवकों को उनकी समस्याओं से जुड़ा और संबंधित महसूस करने की अनुमति देता है।
    • सहानुभूति के बिना सिविल सेवक लंबे समय तक सेवा में नहीं रह सकते हैं क्योंकि सहानुभूतिपूर्ण चरित्र सिविल सेवकों का नागरिकों से जुड़ाव पैदा करता है।
    • सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार और अपनापन स्वाभाविक रूप से व्यक्तिगत स्नेह की ओर ले जाता है जो बदले में प्रशासक और प्रशासित के बीच के बंधन को मजबूत करता है।

    सहानुभूति, एक शब्द जिसका प्रयोग अक्सर दूसरों के लिये एक प्रकार की चिंता के लिये किया जाता है, सबसे महत्त्वपूर्ण गुणों में से एक है और इसे हम सभी में विकसित किया जाना चाहिये। इसके अधिक निहितार्थ हैं क्योंकि जब सहानुभूति रखने वाले लोग किसी को दर्द में देखते हैं, तो वे इसे उनके लिये महसूस करने के बजाय उनके साथ महसूस करते हैं।

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