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उच्च शिक्षा हेतु सामान्य परीक्षा

  • 30 Oct 2019
  • 8 min read

मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा अनुमोदन के पश्चात् राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (National Testing Agency- NTA) अगले शैक्षणिक सत्र के लिये देश के 15 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश हेतु एक साझा प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा। अब तक केंद्रीय विश्वविद्यालयों हेतु साझा प्रवेश परीक्षा का आयोजन सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान द्वारा किया जाता था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मसौदे के अनुसार, NTA NEET, JEE, CAT जैसी प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करेगा।

NTA ही क्यों?

      • अब तक OMR आधारित टेस्ट हुआ करता था, जिसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठता रहा है। इसके अलावा कभी-कभी विकल्प को पेन या पेंसिल द्वारा सही से न भर पाने के कारण भी परिक्षण में परेशानी होती रही है; लेकिन NTA कंप्यूटर आधारित परीक्षण (Computer Based Test- CBT) है जिसमें ऐसी समस्याएँ नहीं हैं।
      • अधिकांश स्थानों में कंप्यूटर आधारित टेस्ट वर्ष भर लिया जा सकता है। उम्मीदवार परीक्षण के लिये उपलब्ध स्थानों (Examination Center) में सेअपनी सुविधा के अनुसार स्थानों का चयन कर सकते हैं। इस तरह उन्हें परीक्षा देने के लिये किसी विशेष स्थान की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। अत: यह दूर-दराज के क्षेत्रों के उम्मीदवारों के लिये भी सहायक है।
      • CBT में प्रश्नों का उत्तर देने के लिये उम्मीदवारों को निर्धारित समय दिया जाएगा। उन्हें अपने उत्तर तय समय में देने होंगे एवं वो अगले प्रश्न हेतु आगे बढ़ जाएँगे। उम्मीदवारों के लिये प्रश्नों का उत्तर बदलने के लिये पुन: उस प्रश्न पर जाना संभव नहीं होगा। इससे परीक्षण कम समय में पूरा हो जायेगा साथ ही यह भी पता चल जाएगा कि उम्मीदवार ने किस प्रकार के प्रश्नों को हल करने में कितना समय लिया है।
      • कंप्यूटर आधारित परीक्षण में धोखा-धड़ी एवं नक़ल की समस्या में भी कमी आएगी। इसके माध्यम से दिव्यांग उम्मीदवार भी अपनी सुविधानुसार स्थान चुनकर परीक्षा दे सकते हैं।

NTA के बारे में

स्थापना

      • राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) की स्थापना भारतीय संस्था पंजीकरण अधिनियम, 1860  के तहत की गई थी।
      • इसे देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश / छात्रवृत्ति हेतु प्रवेश परीक्षा आयोजित करने के लिये एक प्रमुख, विशेषज्ञ, स्वायत्त और आत्मनिर्भर परीक्षण संगठन के रूप में स्थापित किया गया है।
      • उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश हेतु उम्मीदवारों की क्षमता का पारदर्शी , दक्ष एवं त्रुटिहीन आकलन अंतरराष्ट्रीय मानकों पर करना हमेशा एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है।

उद्देश्य

      • इस एजेंसी का उद्देश्य प्रवेश एवं छात्रवृत्ति हेतु उम्मीदवारों की योग्यता का अंतर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर कुशल और पारदर्शी परीक्षण करना है।

कार्य

      • यह ऑनलाइन माध्यम में परीक्षा आयोजित करवाता है जिसके लिये इसे ऐसे विद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों का चयन करना होता है जहाँ पर सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध हों और परीक्षा के आयोजन से उनके शैक्षणिक दिनचर्या पर कोई प्रभाव न पड़े।
      • अत्याधुनिक तकनीक की सहायता से सभी विषयों का प्रश्न-पत्र बनाना।
      • अनुसंधान एवं विकास के साथ-साथ परीक्षण हेतु विषय के विशेषज्ञों का क पैनल तैयार करना।
      • भारतीय शैक्षणिक संस्थानों में समय-समय पर प्रशिक्षण प्रदान करना और सलाहकारी सेवाएँ उपलब्ध कराना।
      • एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विसेज़ (Educational Testing Services) जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के साथ मिलकर कार्य करना।
      • विभिन्न मंत्रालयों एवं केंद्र सरकार के विभागों तथा राज्य सरकारों द्वारा किसी परीक्षा के आयोजन का दायित्व सौंपे जाने कि स्थिति में उसका संचालन करना।
      • स्कूलों, बोर्ड तथा अन्य निकायों में प्रशिक्षण के साथ-साथ सुधार सुनिश्चित करना एवं प्रवेश परीक्षाओं के परीक्षण संबंधी मानकों की समय-समय पर जाँच करना।

प्रशासन

      • NTA का अध्यक्ष एक प्रख्यात शिक्षाविद् होता है एवं इसकी नियुक्ति मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा की जाती है।
      • इसका मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Chief Executive Officer-CEO) एक महानिदेशक होता है जिसकी नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाती है।
      • इसमें एक बोर्ड ऑफ़ गवर्नर होगा जिसमें परीक्षा आयोजित करवाने वाले संस्थानों के सदस्य भी शामिल होंगे।

महत्त्व

      • NTA जैसी विशिष्ट परीक्षण एजेंसी की स्थापना से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education-CBSE), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (All India For Technical Education-AICTE) जैसी संस्थाओं से परीक्षा आयोजित कराने का बोझ कम हुआ है।
      • NTA प्रत्येक वर्ष ऑनलाइन माध्यम से कम-से-कम दो बार परीक्षाओं का आयोजन करता है जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिये प्रवेश के अवसर बढ़ जाते हैं।
      • NTA ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँच बढ़ाने के लिये तथा अभ्यर्थियों की सुविधा हेतु ज़िला स्तर एवं उप-ज़िला स्तर पर अपने केंद्र स्थापित कर रहा है।
      • NTA ने एक मोबाइल एप प्रारंभ करने के साथ ही अभ्यास परीक्षण केंद्रों की स्थापना की है जिसकी सहायता से अभ्यर्थी अपने स्मार्टफोन पर भी मॉक टेस्ट (Mock Test) देकर परीक्षा पूर्व अपना मूल्यांकन कर सकते हैं।

NTA के सामने चुनौतियाँ

कंप्यूटर आधारित परीक्षण में तकनीकी समस्याओं, जैसे-इंटरनेट की पहुँच, बिजली की निरंतर आपूर्ति इत्यादि, का सामना करना पड़ सकता हैं। इसके अतिरिक्त मानविकी विषयों में कई बार प्रश्नों को एप्टीट्यूड के आधार पर हल करना होता है, जो इस तरह के परीक्षण की सीमा है।

अभ्यास प्रश्न: राष्ट्रीय परिक्षण एजेंसी की प्रासंगिकता पर चर्चा कीजिये।

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