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1. लिटिल प्रेस्पा झील की पहचान कीजिये, जो वर्तमान में सूख रही है तथा इसका अधिकांश क्षेत्र अब दलदल या सूखी भूमि में परिवर्तन हो चुका है।
उत्तर : अल्बानियाई-ग्रीक सीमा। अल्बानियाई-ग्रीक सीमा पर स्थित लिटिल प्रेस्पा झील धीरे-धीरे सूख रही है तथा इसका अधिकांश क्षेत्र अब दलदल या सूखी भूमि में परिवर्तन हो चुका है।
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2. उस क्षेत्र की पहचान कीजिये जहाँ वनस्पतिकीय आवरण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसका क्षेत्रफल वर्ष 1986 के 1 वर्ग किमी. से बढ़कर 2021 तक लगभग 12 वर्ग किमी. हो गया है।
उत्तर : अंटार्कटिक प्रायद्वीप। अंटार्कटिक प्रायद्वीप में वर्ष वर्ष 1986 से वर्ष 2021 के बीच वनस्पतिकीय क्षेत्र में 10 गुना वृद्धि हुई है। यह 1 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर लगभग 12 वर्ग किलोमीटर हो गया है। वर्ष 2016-2021 में वनस्पतिकीय आवरण में वार्षिक 0.424 वर्ग किमी की दर से परिवर्तन हुआ, जबकि 35 वर्ष की अध्ययन अवधि में यह दर 0.317 वर्ग किमी. वार्षिक थी।
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3. उस द्वीपसमूह की पहचान कीजिये जिसके लिये यूनाइटेड किंगडम ने हाल ही में मॉरीशस को संप्रभुता हस्तांतरित करने पर सहमति व्यक्त की है, जबकि इसके एक द्वीप पर संप्रभुता अधिकार बरकरार रखा है।
उत्तर : चागोस द्वीपसमूह। हाल ही में यूनाइटेड किंगडम (UK) ने रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण चागोस द्वीप समूह की संप्रभुता मॉरीशस को सौंपने की घोषणा की। हालाँकि, ब्रिटेन डिएगो गार्सिया द्वीप पर संप्रभुता का अधिकार बनाए रखेगा।
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4. उस मरुस्थल की पहचान कीजिये जहाँ हाल ही में हुई वर्षा की दुर्लभ बाढ़ ने अंतर-उष्णकटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (ITCZ) के उत्तर की ओर स्थानांतरण के कारण ताड़ के पेड़ों और रेत के टीलों को जलमग्न कर दिया।
उत्तर : सहारा मरुस्थल, मोरक्को। हाल ही में वर्षा की दुर्लभ घटना और बाढ़ से मोरक्को के सहारा मरुस्थल के ताड़ के वृक्षों के साथ रेत के टीलों का क्षेत्र जलमग्न हो गया। यह वर्षा अंतर-उष्णकटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (ITCZ) के सामान्य से अधिक उत्तर की ओर स्थानांतरित होने के कारण हुई, जिसके परिणामस्वरूप सहारा में भूमध्यरेखीय क्षेत्र की तरह मूसलाधार वर्षा हुई।
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5. दक्षिण पूर्व एशिया में उस देश की पहचान कीजिये जो सितंबर 2024 तक एशिया के सबसे शक्तिशाली उष्णकटिबंधीय चक्रवात टाइफून यागी से बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
उत्तर : फिलीपींस। फिलीपींस दक्षिण-पूर्व एशिया के उन देशों में से एक है, जो टाइफून यागी से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यह सितंबर 2024 तक एशिया में आने वाला सबसे शक्तिशाली उष्णकटिबंधीय चक्रवात है।